ABC NEWS: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के मामले में गुरुवार को दो साल की सजा सुनाई गई और शुक्रवार को संसद की सदस्यता भी चली गई. राहुल की सदस्यता जाते ही कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कई विपक्षी दलों के नेता भी खुलकर कांग्रेस और राहुल गांधी के पक्ष में आ गए हैं. पिछले हफ्ते ही कांग्रेस और भाजपा से समान दूरी की बातें करने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी राहुल के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं. राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं सड़क पर लड़कर जीते गए हैं. कहा कि संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती है.
संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं।
जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 24, 2023
अखिलेश यादव ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराना सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का महंगाई, बेरोजगारी, ‘उद्योपति मित्रों’ द्वारा भारत के पैसों को डुबाने जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का हथकंडा है.
उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने ”मोदी उपनाम” संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में दो साल कारावास की सजा सुनाई. अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के मद्देनजर केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. भाजपा संविधान का गला घोट रही है. आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता गई है, इसके पहले सपा नेता आजम खां और मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खां की सदस्यता ली गई है. कानपुर के सपा विधायक की सदस्यता लेने के लिए अधिकारियों को साजिश और षडयंत्र के तहत लगाया जा रहा है. भाजपा सरकार साजिश और षडयंत्र के तहत अधिकारियों से विपक्ष के नेताओं को ऐसे मुकदमों में फंसाती है, जिससे सदस्यता चली जाए.
अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती. सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं. अखिलेश ने राहुल गांधी पर केस करने वाले पर भी निशाना साधा.
कहा कि जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुंची है. अखिलेश का इशारा ललित मोदी पर केस करने को लेकर था.
अखिलेश ने कहा कि हर वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है. भ्रष्टाचार चरम पर है। पुलिस फर्जी एनकांउंटर करती है. भाजपा सरकार ने महंगाई, बेरोजगारी बढ़ाई है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बिजली महंगी कर दी है. गैस सिलेण्डर महंगे हो गए हैं. सरकार के पास जनता से जुड़े मुद्दों का कोई जवाब नहीं है. भाजपा सरकार महंगाई, बेरोजगारी और उसके मित्र उद्योगपतियों ने देश का जो पैसा डुबोया है, उस पर बहस नहीं करना चाहती है.
यादव ने कहा कि अब 2024 का चुनाव देख कर वोट के लिए भाजपा सरकार शिलान्यास कर रही है..केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार ने अब तक 17 बजट प्रस्तुत किये हैं लेकिन आम जनता की आर्थिक स्थिति में सुधार होने के बजाय और दयनीय होती जा रही है. भाजपा सरकार इसका कोई जवाब नहीं दे सकती है. यह लोकतंत्र के लिए खतरा है.