ABC News: बजट 2023-24 में रेलवे को 2.40 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए. रेल मंत्रालय इस बजट को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, हाइड्रोजन ट्रेन, बुलेट ट्रेन और 1275 रेलवे स्टेशनों को डेवलप करने पर खर्च करने वाला है. वहीं इस बजट में वंदे मेट्रो ट्रेन का भी जिक्र किया गया है.
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— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 1, 2023
बजट पेश किए जाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी बड़े ऐलान किए हैं. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद अब रेलवे 2024-25 तक वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि शहरों में 50-60km की दूरी तय करने को लेकर वंदे मेट्रो कॉन्सेप्ट लेकर आ रहे हैं. इस साल प्रोडक्शन और डिजाइन का काम हो जायेगा. अगले साल से इसे शुरू करने की योजना है. रेल मंत्री ने बताया कि वंदे मेट्रो 125 से 130km की रफ्तार के साथ दौड़ेगी. इसका डिजाइन मुंबई सब-अर्बन की तर्ज पर होगा. हालांकि, वंदे मेट्रो में टॉयलेट की व्यवस्था नहीं होगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का यह मिनी वर्जन होगा, जिसे बड़े शहरों में शुरू किया जाएगा. वित्त मंत्री ने अपने बयान में कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेन को बड़े शहरों में चलाया जाएगा. इसके अलावा, इसे कम दूरी वाले दो शहरों के बीच भी चलाया जा सकता है. वंदे मेट्रो ट्रेन की मदद से लोग अपने घर और ऑफिस जल्द पहुंच सकते हैं. इससे ट्रैफिक को भी कम करने में भी मदद मिलेगी और लोगों के लिए आवगमन आसान हो जाएगी. रेल मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि वंदे मेट्रो ट्रेन को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह ही भारत में तैयार किया जाएगा, जिसे जल्द लॉन्च किया जा सकता है. यह पूरी तरह से स्वदेशी ट्रेन होगी. इस साल वंदे मेट्रो ट्रेन की डिजाइन और प्रोडक्शन को पूरा कर लिया जाएगा.
#AatmanirbharBharat की एक और मिसाल है Hydrogen train.
December 2023 तक ये ट्रेन बनकर निकलेगी।#GreenGrowth #AmritKaalBudget pic.twitter.com/De46UcLtAB— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 1, 2023
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यात्रियों को वंदे मेट्रो ट्रेन में रैपिड शटल जैसा अनुभव मिलेगा. उन्होंने बताया कि रेलवे वंदे भारत एक्प्रेस के स्लीपर वर्जन पर काम कर रही है. यह 8 कोच वाली मेट्रो की जैसी ट्रेन होगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2.40 लाख करोड़ रुपये का ये रेल बजट गैप को भरेगा और 800 करोड़ यात्रियों के जरूरतों को पूरा करेगा. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन को चलाया जाएगा. इसे पहले कालका—शिमला रूट पर चलाया जाएगा. बाद में इसका विस्तार किया जाएगा.