ABC News: चीन के एक और मंत्री रहस्यमय ढंग से गायब हो गए हैं. पहले विदेश मंत्री किंग गैंग और चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू का कोई पता नहीं लग रहा है. इस बात का दावा जापान में अमेरिका के राजदूत रेहम इमैनुअल ने एक्स पर एक पोस्ट में किया है. अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बीते दो सप्ताह से चीन के रक्षा मंत्री को नहीं देखा गया है. दावा किया जा रहा है कि उन्हें आखिरी बार तीसरे तीन अफ्रीका चाइना पीस एंड सिक्योरिटी फोरम में सार्वजनिक रूप से देखा गया था. बीजिंग में हुए इस सम्मेलन में ली ने अपना मुख्य भाषण दिया था. बता दें कि ली शांगफू को मार्च 2023 में रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था.
ली शांगफू के इस तरह से गायब होने के बाद तमाम तरह की अटकलें लगने लगी हैं. चीन के रक्षा मंत्री तब गायब हुए हैं, जब पांच साल पहले की गई हार्डवेयर खरीद से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जा रही है. गौरतलब है कि ये जांच जुलाई में शुरू की गई थी. हालांकि चीनी सेना का कहना है कि वह अक्टूबर 2017 से ही इन मुद्दों की जांच कर रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ली सितंबर 2017 से 2022 तक उपकरण विभाग में कार्यरत थे. हालांकि, उनपर कोई आरोप नहीं है. वहीं, जिस दौरान चीन के रक्षामंत्री लापता हैं, तभी शी जिनपिंग ने बीते रविवार को चीन के उत्तरपूर्वी क्षेत्र में एक निरीक्षण के दौरान सेना के भीतर एकता और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया था. उन्होंने कहा कि सैनिकों की शिक्षा और प्रबंधन को लागू करने और उच्च स्तर की एकता, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने सेना से युद्ध के लिए तैयार रहने का भी आह्वान किया था. इससे पहले, जुलाई में जिनपिंग ने अपने विदेश मंत्री किन गैंग को हटा दिया था.
पद से हटाने की घोषणा करने से पहले किन लगभग दो महीनों तक लापता रहे थे. इसके बाद जिनपिंग ने वांग यी को नया विदेश मंत्री बनाया था. इसके अलावा जिनपिंग ने कमांडर ली युचाओ और जू झोंगबो को भी पद से हटाया है. अधिकारियों को पद से हटाने को लेकर शी जिनपिंग सरकार की काफी आलोचना भी हुई है. इन लोगों को पद से हटाने के बाद चीन मामलों पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि भ्रष्टाचार को लेकर जिनपिंग ने ये कार्रवाई की थी. हालांकि चीन ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. विशेषज्ञों की मानें तो हस्तियों के साथ किया गया बर्ताव चीनी सरकार की उसकी सत्ता के लिए किसी भी चुनौती को दूर करने के प्रयास दिखाता है. कारोबारियों के मामले में कहा जाता है कि देश के निजी कारोबारियों के हाथों में अधिक संपत्ति को चीनी सत्ताधारी पार्टी अपने लिए एक संभावित खतरा मानती है. राष्ट्रपति शी जिंनपिंग के कार्यकाल में और विशेष रूप से पिछले कुछ वर्षों में, ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने और उनकी संपत्ति जब्त करने की प्रवृत्ति बढ़ी है. माना जाता है कि सत्ता का साफ संदेश है कि कोई भी पार्टी से ऊपर या उसकी पहुंच से बाहर नहीं है.