ABC NEWS: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद संकट में घिरे गौतम अडानी समूह के लिए एक अच्छी खबर आई है. अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन ने दिसंबर तिमाही (Q3FY23) के नतीजें जारी कर दिए हैं. कंपनी को Q3FY23 (अक्टूबर से दिसंबर तक) में ₹474.7 करोड़ का नेट प्रॉफिट हुआ है. यह एक साल पहले ₹267 करोड़ के मुकाबले 77.8% अधिक है. कंपनी के शेयर लगातार लोअर सर्किट में हैं. आज सोमवार को भी यह शेयर 10% गिरकर 1,256.45 पर बंद हुआ. वहीं, हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों में अब तक 9 कारोबारी दिनों में लगभग 55% की गिरावट है.
मार्जिन 41.6% तक बढ़ा
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 900.9 करोड़ की तुलना में EBITDA ने Q3FY23 में 64% की मजबूत वृद्धि के साथ 1,477.5 करोड़ रुपये की वृद्धि देखी। Q3FY23 में मार्जिन 41.6% तक बढ़ा, जबकि Q3FY22 में यह 30.9% था। इस बीच, कंपनी ने वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में प्रोडक्शन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन कारोबार से 3,277.03 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया है. यह पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के 2,613.35 करोड़ रुपये से अधिक है.
रेवेन्यू 22% बढ़ा
वहीं, ट्रेडिंग कारोबार में राजस्व Q3FY23 में ₹274.67 करोड़ था, जबकि Q3FY22 में ₹298.35 करोड़ हो गया। कुल मिलाकर, Q3FY23 में राजस्व 22% बढ़कर ₹3,551.7 करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में ₹2,911.7 करोड़ था।
कंपनी ने क्या कहा?
अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के एमडी अनिल सरदाना ने कहा, ” भारत में प्राइवेट सेक्टर की ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लगातार ग्रोथ में है। यह T&D सेक्टर का प्रमुख प्लेयर भी है। चुनौतीपूर्ण कारोबारी आर्थिक माहौल के बावजूद कंपनी का ग्रोथ बना हुआ है। परियोजनाओं की हमारी पाइपलाइन और हाल ही में परिचालित संपत्ति हमारी उपस्थिति को और मजबूत करेगी।”