ABC NEWS: नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society) में महिला से गाली-गलौच करने वाले कथित नेता श्रीकांत त्यागी (Srikant Tyagi) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. त्यागी को मेरठ से गिरफ्तार किया गया है. श्रीकांत नोएडा की सोसाइटी में महिला के साथ बदसलूकी के मामले में फरार चल रहा था. बता दें कि महिला से अभद्रता करने के आरोपी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी पर सोमवार को 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. फेस-2 थाने ने उसकी गिरफ्तारी पर यह इनाम घोषित किया है.
श्रीकांत त्यागी का सोसाइटी में रहने वाली एक महिला से झगड़ा हो गया था जिसके बाद शुक्रवार को उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (किसी महिला पर हमला करना या आपराधिक बल का प्रयोग करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था. अधिकारियों के मुताबिक, बाद में उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 447 (अनाधिकार प्रवेश), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 506 (धमकी देना) के तहत आरोप लगाए गए. पुलिस आयुक्त के कार्यालय ने बताया कि त्यागी के बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा.
पुलिस के मुताबिक, श्रीकांत त्यागी के खिलाफ बाद में भारतीय दंड संहिता की धारा 447 (अनाधिकार प्रवेश), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 506 (धमकी देना) के तहत आरोप लगाए गए. श्रीकांत त्यागी रविवार रात से ही फरार है. श्रीकांत त्यागी को पकड़ने के लिए पुलिस कई राज्यों में दबिश दे रही थी.
बुलडोजर एक्शन भी हुआ था
श्रीकांत त्यागी के खिलाफ यूपी सरकार का बुलडोजर एक्शन भी देखने को मिला था. नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 93-बी स्थित त्यागी के फ्लैट के सामने किए गए अवैध निर्माण को बुलडोजर एक्शन के तहत ढहा दिया. इसके अलावा, अपनी कार पर उत्तर प्रदेश सरकार के चिह्न का दुरुपयोग करने के आरोप में मोटर वाहन अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
सीएम योगी ने दिया था सख्त निर्देश
नोएडा के भगोड़े गालीबाज श्रीकांत त्यागी के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त सख्ती दिखाई और इस पूरे प्रकरण में गृह विभाग से रिपोर्ट भी तलब की है. मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को श्रीकांत त्यागी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण में गृह विभाग से रिपोर्ट तालाब करते हुए कई बिंदुओं पर सवाल पूछा है. उन्होंने यह भी पूछा है कि श्रीकांत त्यागी को किस आधार पर पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई गई थी. मिल रही जानकारी के मुताबिक जांच रिपोर्ट के बाद उन अफसरों पर भी गाज गिर सकती है, जिन्होंने त्यागी को गनर उपलब्ध करवाया था. इस बीच पूरे मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक एसएचओ, सब इंस्पेक्टर समेत चार सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है.