ABC NEWS: रामनगरी अयोध्या में उस वक्त हड़कंप मच गया जब साधु वेशधारी एक युवक ने सरयू तट पर पूजा के बाद अपने हाथ का पंजा काट दिया. हाथ से पंजा अलग होने के बाद युवक सड़क पर ही तड़पने लगा. आना-फानन में युवक को अस्पताल में एडमिट कराया गया. जानकारी के मुताबिक वह बिहार में फैले भ्रष्टाचार से काफी परेशान है. उसने इस बाबत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई पत्र लिखे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उसने बताया कि इसी के बाद उसने प्रण लिया कि जिस हाथ से पत्र लिखा था उसे रामलला को समर्पित कर देगा.
अभी तक जो जानकारी प्राप्त हुई है, शख्स का नाम विमल कुमार है और वह बिहार के अररिया जिले का रहने वाला है. विमल समाजसेवी हैं, जिन्होंने 1 माह पहले बिहार सरकार की शिकायत प्रधानमंत्री से की थी और कार्रवाई न होने से दुखी थे. इसके बाद विमल ने अपना दाहिना हाथ सरयू के किनारे काट दिया. दृश्य इतना विचलित करने वाला था कि जिसने भी देखा वह सकते में आ गया.
CM नीतीश कुमार से की थी शिकायत
दरअसल, अधेड़ व्यक्ति ने 1 महीने 5 दिन पहले सरकार और ब्यूरोक्रेसी के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उसने 1 अक्टूबर तक कार्रवाई की मांग की थी. समाजसेवी विमल मंडल की शिकायत पर जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो नाराज होकर उसने अयोध्या के सरयू घाट पर अपना दाहिने हाथ का पंजा काट दिया.
तरह-तरह की चर्चाएं
सरयू के घाट पर अधेड़ के द्वारा हाथ काटे जाने से हड़कंप मच गया. चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. कोई इसे तांत्रिक क्रिया बताने लगा, तो कोई विक्षिप्त बताने लगा. लेकिन जो वीडियो सामने आया उसमें बिहार निवासी विमल ने अपने हाथ काटने की दर्दनाक घटना को बयान किया. उसने बताया कि सरकार के क्रियाकलाप से वह दुखी थे. एक ग्राम सभा की जांच को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे. जिसकी शिकायत उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की थी. कार्रवाई न होते देख दुखी होकर अधेड़ विमल ने अपना पंजा काट दिया.