ABC NEWS: उन्नाव में दो नंबर से दारोगा बनने का सपना अधूरा रह जाने पर डिप्रेशन में चल रहे युवक ने जान दे दी. परीक्षा पास न कर पाने के बाद से वह लखनऊ के मोहनलालगंज में भाई के साथ रह रहा था. रक्षाबंधन त्योहार पर बुधवार को घर लौटा था. गुरुवार को बाग में फंदा लगा लिया.
सफीपुर क्षेत्र के देवगांव निवासी 19 वर्षीय अनिमेश उर्फ दुल्लर पुत्र रामकुमार गुरुवार दोपहर घर से निकला और गांव के बाहर अपने आम के बाग में रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी. रात तक घर न लौटने पर स्वजन ने खोजबीन की तो बाग में शव लटका देख सभी को होश उड़ गए.
पिता रामकुमार ने बताया कि अनिमेश चार भाइयों में सबसे छोटा था. उसने पिछले वर्ष बीएससी की परीक्षा पास की थी. छह माह पहले उसने दारोगा भर्ती की परीक्षा दी थी. दो नंबर से वह परीक्षा पास नहीं कर सका. तब से तनाव में रह रहा था. लखनऊ के मोहनलालगंज में विद्युत विभाग में नौकरी करने वाला बड़े बेटा संतोष उसे अपने साथ ले गया था.
वहीं, वह कंपटीशन की तैयारी कर रहा था। दारोगा बनने का सपना अधूरा रह जाने से उसने जान दे दी. पिता के अलावा मां गुड्डी देवी, भाई संतोष, अभिलेश, नीलेश का रो-रो कर बुरा हाल है.