ABC News: साइबर सिक्योरिटी भारत ही नहीं दुनिया भर के अन्य देशों के लिए भी एक बड़ी समस्या है. लगभग हर रोज हम किसी न किसी ऐसी घटना से रूबरु होते हैं, जो यूजर्स या ऑर्गेनाइजेशन का डाटा चुराने के लिए जिम्मेदार होती है. इस बार भी एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें 6 लाख भारतीयों के डाटा को बॉट मार्केट में बेचे जाने की जानकारी दी गई है.
NordVPN की रिपोर्ट में पता चला है कि लगभग पांच मिलियन लोगों ने अपना डाटा चोरी हुआ है और इसे बॉट बाजार में बेच दिया गया है. इनमें 6 लाख भारतीय भी शामिल है. बता दें कि NordVPN दुनिया के सबसे बड़े वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर्स में से एक है. बॉट मार्केट की बात करें, तो इसका उपयोग हैकर्स बॉट मालवेयर से प्रभावित यूजर्स के डिवाइस से चुराए गए डेटा को बेचने के लिए करते हैं. बता दें कि नॉर्ड सिक्योरिटी के NordVPN ने अपने रिसर्च रिपोर्ट में बताया कि चुराए गए डाटा में यूजर्स का लॉगिन, कुकीज़, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और अन्य जानकारी शामिल है, जिसकी औसत कीमत 490 भारतीय रुपये यानी 5.95 डॉलर आंकी गई है. कुछ समय से भारत कई साइबर हमलों का सामना कर रहा है. हाल ही में भारत के हैल्थकेयर सेक्टर पर एक बड़ा हमला हुआ, जब AIMS के कई सर्वर को हैक कर लिया गया था. हालांकि सरकार ने भारतीय साइबर सुरक्षा नियम इस साल की शुरुआत में ही बहुत कड़े कर दिए हैं. NordVPN के रिसर्च में तीन प्रमुख बॉट बाजारों – जेनेसिस मार्केट, रूसी मार्केट और 2Easy की जांच की गई और चोरी किए गए लॉगिन पाए गए, जिनमें Google, Microsoft और Facebook अकाउंट शामिल हैं. इन डाटा में 667 मिलियन कुकीज़, 81,000 डिजिटल फिंगरप्रिंट, 538,000 ऑटो-फिल फॉर्म, कई डिवाइस स्क्रीनशॉट और वेबकैम स्नैप पाए गए.