ABC News: श्रद्धा वालकर मर्डर केस में दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. करीब छह हजार पेज की चार्जशीट में 100 लोगों के बयान और इलेक्ट्रॉनिक-फोरेंसिक सबूत शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर मीनू चौधरी ने बताया जिस दिन ये घटना हुई थी, उस दिन श्रद्धा अपने दोस्त के घर गई थी, जिससे गुस्साए आफताब ने उसकी हत्या कर दी.
आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े करके छतरपुर के जंगल में फेंक दिए थे. वहां से दिल्ली पुलिस को शव के कुछ टुकड़े मिले थे. जांच में साइंटिफिक मेथड का इस्तेमाल किया गया. डिजिटल सबूत के तौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, GPS लोकेशन को भी ट्रैक किया गया है. दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट सीपी मीनू चौधरी ने बताया कि जिस दिन श्रद्धा की हत्या हुई वो अपने किसी दोस्त से मिलने गयी थी. आरोपी आफताब पूनावाला नहीं चाहता था कि श्रद्धा किसी से भी दोस्ती करे. इस कारण श्रद्धा को आफताब ने जान से मार दिया. उन्होंने कहा कि केस में पहले आईपीसी की धारा 365 में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में इसमें धारा 302 भी जोड़ दी गयी थी.
मीनू चौधरी ने बताया कि दिल्ली छतरपुर में श्रद्धा के शव के कुछ टुकड़े मिले हैं. जांच में साइंटफिक मेथड का इस्तेमाल किया गया. डिजिटल सबूत के तौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, GPS लोकेशन को भी ट्रैक किया गया. 6000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. आफताब को 12 नवंबर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन्होंने बताया कि श्रद्धा की हत्या में एक हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ. कई अलग अलग तरह के हथियारों का इस्तेमाल हुआ. हमने कुछ हथियार बरामद किए हैं. चार्जशीट में 150 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं.