ABC News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर आ चुकी कांग्रेस की नीतियों पर विपक्षी दल के नेताओं के साथ ही पुराने कांग्रेसी नेताओं ने जमकर आवाज उठाई. कपिल सिब्बल तथा गुलाम नबी आजाद जैसे दिग्गजों के पार्टी को छोड़ देने के बाद अब सलमान खुर्शीद ने भी अपना दर्द बयां कर दिया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सभी 403 सीट पर प्रत्याशी उतारने वाली कांग्रेस को सिर्फ दो पर जीत मिली थी, जबकि लोकसभा में पार्टी के पास सिर्फ रायबरेली की सीट ही है.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और लम्बे समय से कांग्रेस में अपनी जड़ें जमा चुके सलमान खुर्शीद को अब अपनी उपेक्षा काफी खराब लगने लगी है. लखनऊ में शनिवार को एक कार्यक्रम में पधारे सलमान खुर्शीद का दर्द छलक गया. कांग्रेस के कलेवर तथा हाल के बारे में पूछने पर सलमान खुर्शीद पहले तो काफी सोच में पड़ गए और फिर बड़ी बात कह दी. सलमान खुर्शीद ने शनिवार को लखनऊ में अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी कहती है कि हमें दिखाओं कि तुम्हारी कौम वाले तुम्हारे साथ हैं. हम कहते हैं कि हमें कहां का रखा आपने कि हम दिखा सकें कि हमारी कौम हमारे साथ है. इंदिरा गांधी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पूर्व राज्यपाल खुर्शीद आलम खां के पुत्र सलमान खुर्शीद भी कांग्रेस के साथ शुरू से ही जुड़े हैं. सलमान खुर्शीद ने लखनऊ में कल सहकारिता भवन में आयोजित भारतीय मुस्लिमों के मौलिक अधिकार सभा भी अपनी बात रखी थी. सलमान खुर्शीद ने उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के सिर्फ दो उम्मीदवारों की जमानत बचने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमारी पार्टी कहती है कि जीतने वाले उम्मीदवार लाओ, अब पार्टी ही बताए कि हम जीतने वाले उम्मीदवार कहां से लाएं. समाजवादी पार्टी तो डंके की चोट पर कहती है कि यादव हमारे साथ है मगर हम तो यह भी नहीं कह सकते हैं कि मुसलमान हमारे साथ हैं. हम लोग तो रिजेक्टेड लीडर हैं.