ABC NEWS: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बारिश होने से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है. प्रदेश में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई तो वहीं, अलग-अलग जिलों में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों का भारी नुकसान किया है. इन घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने जनहानि का संज्ञान लिया है. सीएम ने प्रभावित परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान भी किया है.
सीएम योगी ने किया मुआवजे की राशि का ऐलान
सीएम योगी ने आपदा से हुई जनहानि में प्रत्येक प्रभावित परिवार को 4 लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि देने का ऐलान किया है. सीएम योगी ने आदेश दिया है कि तत्काल मदद प्रदान करें. जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा अथवा पशु हानि हुई, ऐसे प्रभावितों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान की जाए .फसलों के नुकसान का आकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराई जाए ताकि इस संबंध में कार्यवाही की जा सके.
विभिन्न जनपदों में असमय बारिश और ओलावृष्टि हुई है।
आपकी सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है।
संबंधित अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने हेतु निर्देशित किया है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 18, 2023
भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण 7 लोगों की मौत
यूपी के सोनभद्र जिले में कई जगह हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण अब तक 7 लोगों की मौत का मामला प्रकाश में आया है. रामपुर बर्कोनिया थाना के बैजनाथ गांव में ओलावृष्टि की चपेट में आने से 1 महिला की मौत हो गई है जबकि कोंन थाना क्षेत्र के चकरिया में नाला पार करते समय 6 लोग बह गए. 6 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई. कल देर शाम को दोनों थाना क्षेत्र में अचानक तेज बरसात और ओलावृष्टि हुई. वहीं आकाशीय विजली की चपेट में आने से बभनी थाना क्षेत्र के पिपरखाड़ में मोहम्मद शमसेर 32 वर्ष की मौत हो गई.
बिजनौर में रात भर बिजली की कड़कड़ाहट के साथ बारिश होती रही. बारिश के चलते गेहूं की फ़सल खराब होने का अंदेशा है. बारिश के कारण लोग घरों में कैद हो गए.
फर्रुखाबाद- बढ़ी आमजन की मुश्किलें
फर्रुखाबाद में बारिश ने आमजनों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बड़ाई जिले में शनिवार सुबह की बारिश ने गेहू की फसल को नुकसान पहुंचाया है.
शाहजहांपुर में बिगड़ा मौसम का मिजाज
सुबह से हो रही बूंदाबांदी से पारा 3 डिग्री नीचे गिर गया. गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान होने की आशंका है. तेज हवा चलने की भी चेतावनी जारी की गई है. गन्ना शोध परिषद के मौसम वैज्ञानिक नजर बनाए हुए हैं.