ABC NEWS: कानपुर में जुलूस-ए-मोहम्मदी में सियासी नारों पाबंदी रहने के साथ ही इस बार डीजे का भी प्रयोग नहीं होगा. शहरकाजियों ने अंजुमनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये निर्णय लिया. शहरकाजियों कहा कि अनुशासन का भी ध्यान रखा जाए. ऐसा कोई काम न करें जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे. छोटे झंडे लेकर के न चलने की भी अपील की गई.
जुलूस-ए-मोहम्मदी को लेकर शहरकाजियों की अध्यक्षता में अलग-अलग बैठके हुईं. इस दौरान लोगों से कहा गया कि जुलूस में शामिल होते समय अनुशासन का ध्यान रखे. ऐसा कोई काम न करें जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे. सियासी नारे न लगाएं.
नई जामा मस्जिद बाबूपुरवा में हुई बैठक में शहरकाजी मुफ्ती यूनुस रजा ओवैसी ने अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में जुलूस में शिरकत करें, लाउडस्पीकर तेज आवाज में न बजाएं, लोडर के ऊपर चढ़कर नारेबाजी न करें, जुलूस में अमन का पैगाम देते हुए चलें, जुलूस में ऐसे नारे न लगाएं जिससे दूसरों को तकलीफ पहुंचे, जुलूस में स्वयं नाते पढ़े, मोबाइल पर डाउनलोड नाते न बजाएं.
बैठक में मौलाना मुजफ्फर हुसैन, मुफ्ती अजमल, मुफ्ती इरफान, मौलाना आसिफ इकबाल, मौलाना तनवीर बिलाल, सूफी लाल मोहम्मद, कलीम अनवर आदि उपस्थित रहे.
शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही ने रूपम चौराहा स्थित गरीब नवाज हाल में जुलूस में शामिल होने तथा जश्न-ए-चिरागा करने वाली अंजुमनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जुलूस में अदब के साथ चलें.
डीजे का प्रयोग न करें, जुलूस में किसी तरह का विवाद पैदा न करें, राजनैतिक नारे न लगाएं, छोटे झंडे लेकर न चलें, लंगर फेंक कर न दें. बैठक में नायब शहरकाजी कारी सगीर आलम हबीबी, महबूब आलम खान, इस्लाम खान आजाद, कारी अब्दुल मुत्तलिब, मौलाना शाह आलम बरकाती आदि उपस्थित रहे.