ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) पांडु नदी की बाढ़ में फंसे लोग शिफ्ट किए जाएंगे. गुरुवार को डीएम विशाख जी अय्यर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र मेहरबान सिंह पुरवा पहुंचे और पांडु नदी के उफान से डूबे क्षेत्रों का निरीक्षण किया. वहीं नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन और महापौर प्रमिला पांडेय मकड़ीखेड़ा, इंदिरा नगर का निरीक्षण किया.
मकड़ीखेड़ा में हटेंगे अवैध निर्माण
मकड़ीखेड़ा में बारिश के बाद भीषण जलभराव है. यहां मगरमच्छ और सांप भी पानी में घूम रहे हैं. इसको देखते हुए नगर आयुक्त ने मुख्य अभियन्ता के साथ निरीक्षण किया. पाया गया कि लो-लैण्ड एरिया और प्राइवेट सोसाइटी के क्षेत्र अवैध रूप से बन गया है. यहां जल निकासी की कोई व्यवस्था भी नहीं है.
जल निकासी का होगा स्थाई समाधान
नगर आयुक्त को चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी ने बताया कि करपात्री आश्रम के पीछे से गंगा बैराज बिठूर रोड (बन्धा रोड) तक अवैध रूप से नाला पाटकर प्लाटिंग कर दी गई है, जिससे नाला बहाव को अवरूद्ध करके केवल दो पाइप डालकर जल निकासी की जा रही है. तत्काल जेसीबी से नाल के ऊपर बने अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए कहा गया.
इसके अलावा परमियां नाला टैपिंग के लिए बनी बीयर-वॉल की ऊंचाई अधिक होने के कारण जलनिकासी में दिक्कत हो रही है. गेट की ऊंचाई कम करने के लिए सिंचाई विभाग से बात की जाएगी.
अवैध कब्जेदारों को दिया जाए नोटिस
मकड़ीखेड़ा में हुए जलभराव के बाद महापौर प्रमिला पांडे गुरुवार को दौरा किया. महापौर ने निर्देश दिए की बड़े समर्सिबल पंप लगाकर क्षेत्र में भरा पानी निकाला जाए. क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान नाली के ऊपर निर्माण देखकर महापौर ने नाराजगी जताई.
उन्होंने फटकार लगाते हुए आदेश दिया कि इस मामले की पूरी जांच कराकर कराई जाए कि आखिर किन परिस्थितियों में नाले पर निर्माण किया गया. महापौर ने कहा कि जिन लोगों ने नाले पर निर्माण किया है उन सभी को नोटिस दिया जाए.