ABC NEWS: (भूपेंद्र तिवारी ) कांनपुर में कपड़ा कारोबारी के पुत्र के अपहरण और फिर मर्डर के मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कानपुर पुलिस को आड़े हाथों लिया है. उनहोंने इस मामले को एक समुदाय विशेष से जोड़ने को भी बेहद शर्मनाक बताया. सपा प्रमुख ने पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार के कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. कहा कि अपहरण के बाद हत्या जैसी बड़ी घटना होने के बावजूद पुलिस कमिश्नर घटनास्थल पर या परिवार से मिलने नहीं पहुंचे. यह उनकी संवेदनहीनता को प्रदर्शित करता है, जो बेहद शर्मनाक है.
उनहोंने कहा कि फिरौती की मांग करना और ऐसा करके पुलिस का ध्यान भटकाने की साजिश बेहद गंभीर मामला है. इस तरह का चलन देश-समाज के लिए बेहद घातक है. इस पर सख़्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, पोस्टमार्टम हाऊस में पीड़ित परिवार से मिलने सपा विधायक अमिताभ बाजपेई पहुंचे.
सूरत से कानपुर पहुंचे कुशाग्र के पिता
बता दें कि कुशाग्र के पिता सूरत से कानपुर पहुंचे हैं. उनका रो-रोकर बुरा हाल है। अभी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम हो रहा है. मामले में खुलास हुआ है कि कुशाग्र की ट्यूशन टीचर ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर हत्या की है. अभी हत्या के कारण सामने नहीं आए हैं.
योगी सरकार ने लागू की थी कमिश्नरी
विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि योगी सरकार ने कमिश्नरी लागू की, ताकि वरिष्ठ अधिकारियों के तैनाती होने पर अपराध के प्रति गंभीर और सख्त रूप अपनाया जाएगा. हालांकि इस मामले में एडीजी स्तर के अधिकारी, जो वर्तमान में जिले में कप्तान के तौर पर भूमिका निभा रहे हैं. वह घटनास्थल पर ही नहीं पहुंचे, जोकि शर्मनाक है.