ABC NEWS: तंमचे से फायर करने का वीडियो वायरल होने के बाद तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के गुडवर्क में कानपुर के नौबस्ता और बिधनू पुलिस अब फंसती नजर आ रही है. एक आरोपित ने न्यायालय में दोनों थाना प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदम दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है. कोर्ट ने पुलिस से प्रकरण में रिपोर्ट मांगी है.
आरोपित ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर नौबस्ता और बिधनू पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है. प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि तंमचे के साथ वायरल वीडियो के संबंध में उसे और राज बाजपेई व गोलू सेंगर को नौबस्ता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया और बिधनू पुलिस को सौंपा गया। वायरल वीडियो के आधार पर बिधनू थाने में आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज है.
पीड़ित का आरोप है कि इसके बाद 24 जुलाई को बिधनू थाना पुलिस ने फिर एक नया मुकदमा दर्ज कर दिया, जिसमें दर्शाया गया कि 24 जुलाई को उप निरीक्षक मुकेश कुमार बाजपेई, जगदीश कुमार, दीपक कुमार शांति व्यवस्था रोकथाम के लिए सतबरी रोड पर चेकिंग कर रहे थे. मुखबिर की सूचना पर भीम नगर चौराहे के पास से देवेंद्र कुमार, गोलू सेंगर और राज बाजेपई उर्फ सुलतान को पकड़ा. उनकी तलाशी में दो तमंचे और दो कारतूस बरामद हुए.
कमिश्नरेट पुलिस ने एक रात पहले और बिधनू पुलिस ने दूसरे दिन गिरफ्तार होना दर्शाया है. पीड़ित का आरोप है कि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने 23 जुलाई की रात गिरफ्तारी कर बिधनू पुलिस को सौंपने का प्रेसनोट जारी किया और बिधनू पुलिस ने 24 जुलाई को वाहन चेकिंग के दौरान मुखिबर की सूचना पर गिरफ्तार करने की बात कही है.
एक सप्ताह पहले जमानत पर छूटे पीड़ित ने नौबस्ता और बिधनू पुलिस के खिलाफ षडयंत्र के तहत उसे फंसाने और फर्जी गुडवर्क करने का आरोप लगाया है. साथ ही नौबस्ता व बिधूना थाना प्रभारी और सात पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया है. अधिवक्ता अमित कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में न्यायालय ने नौबस्ता और बिधनू पुलिस से रिपोर्ट मांगी है.