ABC NEWS: कानपुर में पंजाब नेशनल बैंक की पांडु नगर स्थित शाखा में बने करंसी चेस्ट में बड़ी हेराफेरी सामने आने पर उससे जुड़े चार अधिकारियों को निलंबित किया गया है. इन चार में एक अधिकारी वर्तमान में उन्नाव की जवाहर नगर शाखा में तैनात हैं और इससे पहले करंसी चेस्ट में तैनात थे.
रिजर्व बैंक ने जुलाई 2022 में कानपुर की पांडु नगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की करंसी चेस्ट का निरीक्षण किया था. इसमें जांच के दौरान आडिट टीम ने पाया था कि गड्डियों में नोट कम हैं. इसके अलावा कुछ बक्सों में नमी पाई गई तो उन्हें खुलवाया गया. जांच में करंसी चेस्ट में 42 लाख रुपये कम निकले और कई बक्सों में पानी भरने की वजह से नोट गले हुए मिले. आडिट टीम ने इस पर अपनी नाराजगी जताई थी.
इसके आधार पर करेंसी चेस्ट से जुड़े रहे चार अधिकारियों को निलंबित किया गया है. इसमें करंसी चेस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक देवी शंकर, प्रबंधक आशा राम, अधिकारी राकेश कुमार तथा वरिष्ठ प्रबंधक भास्कर कुमार भार्गव भी हैं. वह जून 2022 में यहां से स्थानांतरित हुए थे. इस संबंध में पंजाब नेशनल बैंक के उप महाप्रबंधक व सर्किल हेड श्याम सुंदर को फोन किया गया तो उन्होंने टेक्स्ट भेजने का संदेश किया. टेक्स्ट मैसेज से जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
इस तरह चली प्रक्रिया
रिजर्व बैंक का का निरीक्षण 25 जुलाई 2022 से 29 जुलाई 2022 तक चला. इसके बाद एक अगस्त 2022 को देवी शंकर ने करंसी चेस्ट की समस्याओं और पूरी कैश काउंटिंग के लिए कार्यालय को सूचना दी. पांच सितंबर से नौ सितंबर तक वाराणसी की टीम ने निरीक्षण किया.
यह है निरीक्षण का नियम
करंसी चेस्ट का शाखा के मुख्य प्रबंधक को हर माह निरीक्षण करना चाहिए. इसके अलावा बैंक के सर्किल हेड को हर छह माह में निरीक्षण करना चाहिए. हालांकि बैंक अधिकारियों के मुताबिक ये दोनों ही निरीक्षण नहीं हुए. अगर ऐसा होता तो ये गड़बड़ियां न होतीं.
-देवी शंकर 25 जुलाई 2022 को करंसी चेस्ट पहुंचे थे और रुपए सड़ने, गलने और कमी का मामला इससे पहले से था.
– आशा राम करंसी चेस्ट में छह जून 2022 को पहुंचे थे. उनका रिटायरमेंट 31 मई 2023 को होना है.
– राकेश कुमार अधिकारी करंसी चेस्ट में 16 जुलाई 2020 से हैं.
– भास्कर कुमार भार्गव जून 2022 में करंसी चेस्ट से जवाहर नगर उन्नाव स्थानांतरित हो गए थे.
– जून 2022 में पांडु नगर चेस्ट से कैश का जयपुर भेजा गया था इसके लिए राकेश कुमार को भेजा गया था. उसके बाद चेस्ट में लगभग एक सप्ताह तक आशा राम ने अकेले कार्य किया. इसके बाद भास्कर कुमार भार्गव को करेंसी चेस्ट जवाहर नगर उन्नाव से डेपुटेशन पर बुलाया गया था. वह अब भी वहीं पर हैं.
रिजर्व बैंक को पत्र लिखा
इस मामले में वी बैंकर्स के राष्ट्रीय संयोजक कमलेश चतुर्वेदी ने रिजर्व बैंक को पत्र लिखकर कहा है कि इस मामले की रिजर्व बैंक या सरकारी जांच एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए. रुपए के सीलन व पानी से सड़ने की घटना का संज्ञान लेते हुए सभी चेस्टो की जांच की जानी चाहिए. इस मामले में संलिप्त सभी बड़े अधिकारियों पर सख्त और नियमानुसार कार्यवाही की जानी चाहिए.