ABC News: दवा व्यापारी से मारपीट मामले में सीएम योगी के सख्त रूख दिखाने के बाद भाजपा पार्षद के पति समेत सभी आरोपियों ने सरेंडर कर दिया. इस मामले मेें पिछले कई दिनों से चल रहे मामले का भले ही पटाक्षेप हो गया हो लेकिन इस मामले ने भाजपा के अंदर चल रही द्वंद की राजनीति को फिर से उभार दिया है. दरअसल, कानपुर की राजनीति में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और सांसद सत्यदेव पचौरी की अदावत का नाता कई वर्षों पुराना है.
बीच में एक समय जरूर ऐसा आया जब अमित शाह की घुड़की के बाद दोनों के बीच सीज़ फायर हुआ था लेकिन उसके बाद यह अदावत अंदरखाने चलती रही. दोनों के बीच सुलग रही अदावत की यही चिंगारी दवा व्यापारी से मारपीट के बाद खुलकर सामने आ गई. एक तरफ जहां महाना गुट इस मामले में आरोपी पक्ष की तरफ से एफआईआर लिखने की मांग को लेकर अड़ा था, वहीं, बाद में सांसद सत्यदेव पचौरी भी खुलकर पीड़ित पक्ष के साथ खड़े हो गए. पचौरी के पीछे भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा भी पूरी मजबूती से खड़ा रहा. सांसद पचौरी ने आरोपी पक्ष को खुलकर न केवल अपराधी कहा बल्कि पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचे महाना गुट के कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यकर्ता मानने से ही इनकार कर दिया. यही नहीं, उन्होंने पुलिस कमिश्नर को फोन कर आरोपियों पर इनाम घोषित करने के लिए बधाई भी दी.
शुक्रवार को भी सत्यदेव पचौरी की तरफ से एक्स पर की गई दो पोस्ट चर्चा का विषय बनी रहीं. सत्यदेव पचौरी ने पहले एक्स पर लिखा, ‘मेरा नाम सत्यदेव…सत्य के साथ था, सत्य के साथ हूँ और सत्य के साथ रहूँगा’. इस पोस्ट को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच जब भाजपा पार्षद के पति और उनके साथियों ने सरेंडर किया तो उसके थोड़ी ही देर बाद सांसद पचौरी की दूसरी पोस्ट भी आयी. इस पोस्ट में पचौरी ने लिखा, ‘ मुझे गर्व है कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूँ, और भाजपा का कार्यकर्ता हमेशा सत्य का साथ देता है’. पचौरी के इस ट्वीट के अब कई मायने भी निकाले जा रहे हैं.