ABC News: बीती तीन जून को निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान को लेकर नई सड़क में हिंसा भड़क गई थी. इसमें पत्थर, आगजानी भी हुई थी. पुलिस ने हिंसा के मास्टरमाइंड और करोड़ों की फंडिंग के आरोपित हयाज जफर हाशमी को उसके कुछ साथियों के साथ लखनऊ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
नई सड़क मामले में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा एमएम छह कोर्ट पहुंचे. एक प्रार्थना पत्र देते हुए उन्होंने केस डायरी के समस्त दस्तावेज दिलाने की मांग की जिस पर महानगर मजिस्ट्रेट छह बुशरा नूर ने निर्णय सुरक्षित कर लिया. इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र और दिया. जिसमें उन्होंने कोर्ट से निगरानी किये जाने की मांग की. इस पर कोर्ट का कहना था कि मामले में चार्जशीट लग चुकी है, लिहाजा इस स्तर पर अब सुनवाई की जरूरत नहीं है. जिसके बाद उन्होंने प्रार्थना पत्र वापस ले लिया. इससे पहले उन्होंने होटल के बाहर ही पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुंलिस ने मामले की चार्जशीट दाखिल कर दी है. उन्होंने कहा कि जो चार्जशीट उन्होंने पढ़ी है, उसके अनुसार, हयात ज़फर हाशमी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. कोर्ट में वह अपनी बात को रखेंगे. हालांकि, महमूद प्राचा को लेकर होटल में भी काफी ड्रामा देखा गया. प्राचा का कहना था कि वह रात में दो बजे आए, सुबह 11 बजे होटल वालों ने चेक आउट के लिए कह दिया. चेक आउट देर से करने को कहा, तो होटल ने नहीं माना. प्राचा ने होटल के बाहर पुलिस की मौजूदगी पर भी तंज कसा.