ABC News: कानपुर में न्यू आजाद नगर चौकी से दरोगा की पिस्टल व कारतूस चोरी करने के मामले में एक बड़े गिरोह से तार जुड़ रहे हैं. इसमें एक पुलिस कनेक्शन भी सामने आ रहा है. जिन दो मुख्य आरोपियों का नाम अभी सामने नहीं आया है, वह आउटर की क्राइम ब्रांच में तैनात रहे दो पुलिसकर्मियों के कारखास हैं.
ऐसे में आशंका है कि क्या इन सभी ने मिलकर पिस्टल पार कराने की साजिश रचकर दरोगा को निशाना बनाया. इस बिंदु पर जांच शुरू हो गई है. दस नवंबर को न्यू आजादनगर चौकी में चोरों ने धावा बोला था. चौकी इंचार्ज दरोगा सुधाकर पांडेय की पिस्टल व दस कारतूस पार कर ले गए थे. 21 नवंबर की रात पुलिस ने मुठभेड़ में दो आरोपियों शेखू व फैज खान को गिरफ्तार किया था. दावा किया था कि तीसरा आरोपी तौफीक है, जो फरार है. सूत्रों के मुताबिक वारदात में उस्मान व आसिफ नाम के दो और शातिर शामिल रहे हैं. इनको दरोगा की हर एक गतिविधि की जानकारी हो रही थी. इनके इशारे पर ही वारदात को अंजाम दिया गया है. ये दोनों आउटर की क्राइम ब्रांच में तैनात दो पुलिसकर्मियों के बेहद करीबी हैं. ये बहुत गंभीर मसला है. इस पूरे कनेक्शन की जांच शुरू हो गई है. इस मामले में पुलिस अफसरों का भी कहना है कि मामले में इस तरह के तथ्य सामने आए हैं. जिसकी तस्दीक कर सत्यापन किया जा रहा है. अगर अपराधियों से पुलिस की सांठगांठ पाई जाती है, तो ऐसे पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिन जिन लोगों की वारदात में भूमिका होगी, उन सभी पर कार्रवाई होगी.