ABC News: भारतीय रक्षा बलों ने एक साल पहले अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्रों के ऊपर आसमान में अमेरिकी वायु सेना द्वारा कथित चीनी जासूसी गुब्बारे के समान वस्तुओं को देखा था. हालांकि, अमेरिकियों के विपरीत कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि गुब्बारे जैसी वस्तु की उत्पत्ति स्पष्ट नहीं थी.
रक्षा अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि काफी समय पहले, हमने अंडमान के ऊपर गुब्बारे जैसी सफेद वस्तु देखी थी और वस्तु के चित्र हमने जमीन से लिए थे. हालाँकि, गुब्बारे की तरह की वस्तु का इरादा क्या था और इसकी उत्पत्ति कहां से हुई थी ये अभी साफ नहीं हो पाया है. उन्होंने बताया कि यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह म्यांमार से आया था या चीन से, लेकिन तीन-चार दिनों के बाद वहां से चला गया. उस समय यह भी महसूस किया गया था कि यह मौसम संबंधी गुब्बारा हो सकता है क्योंकि ऐसे कई गुब्बारे हवा के कारण पाकिस्तान की तरफ से भी भारत के ऊपर आते हैं. अधिकारियों ने कहा कि अगर अंडमान या किसी अन्य क्षेत्र में फिर से ऐसी वस्तु दिखाई देती है, तो इसका सावधानीपूर्वक अध्ययन किया जाएगा और यदि यह जासूसी वस्तु पाई जाती है, तो इसे नीचे लाया जा सकता है. अमेरिकियों ने इनमें से कई गुब्बारों को अपने आसमान पर देखा है जो राडार की कई अमेरिकी श्रृंखलाओं को चकमा देकर वहां पहुंचे थे. अमेरिकियों ने अपने F-22 रैप्टर फाइटर जेट्स का उपयोग करके एक गुब्बारे को नीचे गिरा दिया था.