ABC NEWS: फर्रुखाबाद में लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता के मोबाइल फोन पर गत माह एक वीडियो काल आई. उन्होंने काल रिसीव की तो एक महिला निर्वस्त्र दिखाई दे रही थी. घबराए जेई ने काल काट दी. इसी के बाद सीबीआइ, आइबी व क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर फोन आने लगे और बरबाद कर देने की धमकी देकर उनसे कई बार में करीब 28 लाख रुपये ठग लिए गए. परेशान जेई ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता ने मऊदरवाजा थाने में विकास सिंह, कमल जीत कौर, राजेंद्र राठौर, नरेंद्र कुमार जाट, सुधाकर, अमित शर्मा व सलमा बी के नाम धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया. आरोपित कहां के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी नहीं है.
आपत्तिजनक वीडियो व फोटो भेजी
रिपोर्ट के अनुसार चार अक्टूबर की रात जेई के मोबाइल फोन पर वीडियो काल आई. कुछ देर बाद ही उनके वाट्सएप पर आपत्तिजनक वीडियो व फोटो भेजी गईं और उन्हें तुरंत हटा भी दिया. इसके बाद उनके मोबाइल फोन पर एक युवती ने मैसेज किया कि जो फोटो व वीडियो देखी हैं उन्हें वह इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने जा रही है. तुरंत 50 हजार रुपये खाते में भेज दो। इसके बाद विकास सिंह के नाम से एक खाता नंबर भेजा गया. घबराए जेई ने गूगल पे से करीब एक लाख रुपये भेज दिए.
पुलिस अधिकारी बन फोन करने लगे आरोपित
इसके बाद खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उनके पास फोन आने लगे. कई बार में उन्होंने विभिन्न खातों में करीब 28 लाख रुपये भेजे. उनके मोबाइल फोन पर अंतिम बार तीन नवंबर को एक अन्य फोन आया. तब उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो गई है. जेई ने पुलिस को मैसेज, आडियो, वीडियो के रिकार्ड भी उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वह घटना के बाद मानसिक अवसाद में आ गए थे. उनकी जमा पूंजी चली गई और कर्ज भी हो गया. वह खुदकुशी का विचार करने लगे। मानसिक रोग विशेषज्ञ को भी दिखाया. इसके बाद मानसिक स्थिति ठीक हुई तो कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया. मुकदमे की विवेचना थाने के इंस्पेक्टर अपराध रमेश कुमार यादव को सौंपी गई है.