ABC News: बजट के बाद उठ रहे सवालों का जवाब देने की आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कोशिश की है. वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने बजट के बाद की शंकाओं और सवालों के जवाब दिए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने इंश्योरेंस सेक्टर पर लिए गए फैसले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इंश्योरेंस कवर के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने की सरकार की की कोशिश है.
हालांकि इसके साथ ही सरकार को ये भी देखना है कि इसका जो मुख्य उद्देश्य है वो पूरा हो, ना कि केवल टैक्स बचाने के लिए लोग इंश्योरेंस को जरिया बना लें. इस बात के साथ वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने भी एक जानकारी दी कि पिछले कुछ समय से ये बात साफ हो रही है कि लोग टैक्स बचाने के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी लेने का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं और इस माध्यम का गलत यूज कर रहे हैं, जिससे रोकने के लिए 5 लाख रुपये से ज्यादा पर टैक्स की बात की गई है. वित्त मंत्री ने कहा कि दो टैक्स सिस्टम के जरिए सरकार लोगों को ज्यादा विकल्प और बढ़िया विकल्प दे रही है. लोगों को टैक्स बचाना है तो वो पुराने टैक्स सिस्टम को छोड़ सकते हैं और नए टैक्स सिस्टम में आ सकते हैं. सरकार ने उनको ज्यादा विस्तारित ऑप्शन दिए हैं और लोगों के पास ये चॉइस है कि वो किस टैक्स रिजीम में रहकर मैक्सिमम बेनेफिट उठा सकते हैं. एक विदेशी पत्रकार के जरिए पूछे गए सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि भारत जहां वैश्विक संस्थाओं से फंडिंग हासिल कर रहा है वहीं दुनियाभर में अपनी आर्थिक नीतियों के जरिए जरूरतमंद इलाकों या देशों में अपनी सहायता भी पहुंचा रहा है. इसके परिप्रेक्ष्य में ये बात भी ध्यान रखनी चाहिए कि देशों के बीच व्यापार, आर्थिक व गैर-आर्थिक संबंधों पर भारत को अलग-अलग तरीकों से मामलों को संभालना होता है.