ABC NEWS: कोरोना की शुरुआत जिस चीन से हुई थी, वहां एक बार फिर से यह वायरस कत्लेआम मचा सा सकता है. एक तरफ नागरिकों में जीरो कोविड पॉलिसी के तहत सख्तियों से नागरिकों में गुस्सा है तो वहीं ढील देने के चलते केसों में तेजी से उछाल आ रहा है. शंघाई, बीजिंग जैसे शहरों में एक बार फिर से कोरोना के केसों में तेजी देखी जा रही है. यही नहीं शोधकर्ताओं का कहना है कि 2023 में चीन में 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना के चलते हो सकती है. अब तक चीन दूसरे देशों के मुकाबले कोरोना से निपटने में ज्यादा सफल रहा था, लेकिन अब यह लगाम छूटती दिख रही है.
इसी महीने चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी में थोड़ी ढील दी है. शिनजियांग, बीजिंग समेत अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शनों के बाद सरकार को यह फैसला लेना पड़ा था. करीब तीन सालों तक सख्त लॉकडाउन और मास टेस्टिंग जैसे नियम लागू थे, लेकिन अब इसमें थोड़ी ढील दी गई है. हालांकि अब जानकारों का कहना है कि पूरी दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना का चीन में सबसे बुरा दौर आना बाकी है. इसकी वजह यह है कि 140 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले देश में वैक्सीनेशन का स्तर कम है. इसके अलावा हर्ड इम्युनिटी की स्थिति भी नहीं थी क्योंकि संक्रमण कम फैला था. इसके अलावा आपातकाली स्थिति से निपटने के लिए इनवेस्टमेंट भी कम है.
अंतिम संस्कार के लिए लग रही लाइन, 10 लाख मौतों का डर
फिलहाल मौतों का आंकड़ा इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि बीजिंग में अंतिम संस्कार के लिए लाइन लग रही है. कब्रिस्तानों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. चीन में कोरोना से पीड़ितों की मौत के मामलों में अलग से कब्रिस्तान बनाए गए हैं, जहां अब भीड़ देखने को मिल रही है. बीते एक सप्ताह से यहां सामान्य से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं. ऐसे में यह चीन की चिंताएं बढ़ाने वाला है. इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ मीट्रिक्स ऐंड इवेल्युएशन की रिसर्च के मुताबिक अप्रैल तक चीन में कोरोना संक्रमण से 3 लाख 22 हजार मौतें हो सकती है. इसके अलावा 2023 के अंत तक यह आंकड़ा 1 मिलियन से ज्यादा हो सकता है.
चीन छिपाता रहा है अब तक मौतों का आंकड़ा
हालांकि चीन अब तक मौतों के आंकड़े को छिपाता रहा है. चीन के मुताबिक वहां अब तक आधिकारिक तौर पर कोरोना से 5,235 लोगों की ही मौत हुई है लेकिन आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है. यदि चीन में 10 लाख मौतें होती हैं तो फिर वह भी अमेरिका की कतार में खड़ा दिखेगा, जहां पहले ही इतनी मौतें हो चुकी हैं.