ABC NEWS: बांदा जिले में कल शाम यमुना नदी में नाव के पलट जाने के बाद से लापता 17 लोगों को खोजने के लिए तलाशी अभियान आज सुबह फिर से शुरू कर दिया गया. मौके पर NDRF और SDRF की 17 टीमें मौजूद हैं. अब तक 4 शव निकाले जा चुके हैं. कल रात 2:00 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला था. जिसमें एक भी व्यक्ति नहीं मिल पाया था. घटना के शिकार हुए लोगों के परिजन कल पूरी रात यमुना नदी के किनारे बैठे रहे. वो आज सुबह भी मौजूद हैं, जिसके चलते मौके पर भारी भीड़ बनी हुई है. सुबह एक बार फिर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें यमुना नदी में उतरी हैं. डीएम व एसपी समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
यमुना नदी में डूबे लोगों की तलाश शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे शुरू हुई. लखनऊ से आई एनडीआरएफ की टीम ने दो वोट पानी में उतारी, जो नाव डूबने वाले स्थल से दूसरी तरफ फतेहपुर की ओर किनारे तक गईं. करीब 8:10 बजे तीसरी बोट नदी में लाई गई है. घाट किनारे मरका में सैकड़ों लोगों का हुजूम लगा है. सीओ सत्यप्रकाश शर्मा के साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद है.
एसडीआरएफ की 30 सदस्य और एनडीआरएफ की 30 सदस्य टीम मौके पर है. एनडीआरएफ ने चौथी वोट तैयार कर ली है, जिसे कुछ देर बाद नदी में डूबे हुए लोगों की तलाश के लिए उतारा जाएगा. नदी के दूसरे छोर पर फतेहपुर के लोगों का जमघट दिखाई दे रहा है. एनडीआरएफ के टीम कमांडेंट विनय कुमार ने बताया कि अभी तक किसी की तलाश नहीं हो पाई है तलाश जारी है.
बाहर निकले लोगों ने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ. नाव में 50 लोग सवार थे साथ ही कई बाइकें, साइकिलें और अन्य सामान भी लदा था. घटना के दो घंटे बाद बचाव अभियान शुरू किया जा सका. जाल न होने से लापता लोगों को ढूंढने में समस्या हुई. एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम रात में पहुंच गई थीं. डीआइजी विपिन मिश्रा ने बताया कि सुबह उजाला होते ही लापता लोगों की तलाश की जाएगी. नाविक बाबू निषाद को पुलिस ने पकड़ लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि नाव में तीन नाविक थे और उन्होंने शराब पी रखी थी.