ABC News: पीएम मोदी आजकल अमेरिका की यात्रा पर हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी डॉ. जिल बाइडेन ने व्हाइट हाउस पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत किया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में स्वागत है. मैं यहां राजकीय यात्रा पर आपकी मेजबानी करने वाला पहला व्यक्ति बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी में सबसे निर्णायक रिश्तों में से एक है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमारे संविधान के पहले शब्द यही है कि ‘हम, देश के नागरिक, हमारे लोगों के बीच स्थाई संबंध और साझे मूल्य और वर्तमान के मुद्दों से निपटने के लिए वैश्विक नेताओं के रूप में हमारी साझी जिम्मेदारी है’. आपके सहयोग से, हमने स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड को मजबूत किया है. अब से दशकों बाद, लोग पीछे मुड़कर देखेंगे और कहेंगे कि क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए इतिहास की दिशा को मोड़ दिया. पीएम मोदी ने कहा कि गर्मजोशी से किए गए स्वागत के लिए मैं राष्ट्रपति बाइडेन के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. आपकी मित्रता के लिए धन्यवाद, राष्ट्रपति बाइडेन. पीएम ने तारीफ के लिए राष्ट्रपति का धन्यवाद किया. पीएम मोदी ने कहा कि पीएम बनने के बाद मैं कई बार व्हाइट हाउस गया हूं. यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए खोले गए हैं. इस बीच, व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि अमेरिका बेंगलुरु और अहमदाबाद में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा. वहीं, भारत लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सिएटल में एक मिशन स्थापित करेगा.
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने पिछले साल भारतीय छात्रों को 125,000 वीजा जारी किए हैं. भारतीय छात्र पिछले साल अकेले 20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा विदेशी छात्र समुदाय बनने के लिए तैयार हैं. अधिकारी ने कहा कि अमेरिका बेंगलुरु और अहमदाबाद में नए वाणिज्य दूतावास खोलने का इरादा रखता है. भारत भी सिएटल में अपना वाणिज्य दूतावास स्थापित करेगा. इसके अलावा, अमेरिका में एक और नए वाणिज्य दूतावास की घोषणा करने के लिए भी उत्सुक है. अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग इस वर्ष के अंत में कुछ याचिका आधारित अस्थायी कार्य वीजा के घरेलू नवीनीकरण पर निर्णय लेने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. भारत के फिलहाल पांच दूतावास हैं. ये दूतावास न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, शिकागो, ह्यूस्टन और अटलांटा में स्थित हैं. भारत की राजधानी में अमेरिका के दूतावास को स्थापित करना दुनिया के सबसे बड़े अमेरिकी राजनयिक मिशनों में से एक है. जानकारी के अनुसार, दूतावास मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में चार वाणिज्य दूतावासों की गतिविधियों का समन्वय करता है और यह सुनिश्चित करता है कि पूरे देश में अमेरिका-भारत संबंध मजबूत हों.