ABC News: भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच विवाद आईपीएल के दौरान खुलकर सामने आया. दिल्ली कैपिटल्स के डायरेक्टर गांगुली और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बल्लेबाज कोहली ने दोनों टीमों के बीच हुए मैच के बाद हाथ नहीं मिलाया था. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. अब इस विवाद पर टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपनी राय रखी है.
ईएसपीएनक्रिकइंफो के शो में शास्त्री से पूछा गया, ”आपके पास खिलाड़ी X और खिलाड़ी Y है. खिलाड़ी X एक महान भारतीय खिलाड़ी, पूर्व कप्तान और दिग्गज है. खिलाड़ी Y भी एक महान भारतीय खिलाड़ी, पूर्व कप्तान हैं. वह अभी भी खेल रहा है. X अब एक टीम का डायरेक्टर है और Y दूसरी टीम के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहा है. X और Y को लगता है कि कुछ हुआ है और अब वे एक-दूसरे को पसंद नहीं करते. मैच के बाद दोनों टीमें हाथ मिलाती है. X और Y में से किसी ने हाथ मिलाने से बचने की कोशिश की. दोनों एक-दूसरे से बात नहीं करना चाहते थे. क्या आप X और Y से बात करेंगे? उन्हें कुछ सलाह देंगे?” शास्त्री ने पहेली की तरह पूछे गए इस सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा, ”निर्भर करता है कि मेरा रिश्ता क्या है. अगर मैं बिल्कुल बात नहीं करना चाहता तो मैं बस इसे जाने दूंगा, लेकिन इसके अंत में जब आप जाते हैं और बैठते हैं, तो आपको इस बात का एहसास होता है कि आगे बढ़ने के लिए हमेशा कुछ जगह होती है, चाहे आप कितनी भी उम्र के क्यों न हों.”
क्या है पूरा मामला?
2021 में कोहली को वनडे और टी20 की कप्तानी से हटाने के बाद बीसीसीआई की तरफ से तब अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा था कि कोहली से वनडे की कप्तानी लेने से पहले उनसे बात की गई थी और उनकी सहमति के बाद ही यह फैसला हुआ था. गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने विराट से कहा था कि वह टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ें, लेकिन विराट नहीं माने और इस्तीफा दे दिया. वहीं, चयनकर्ताओं को सीमित ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान रखने का फैसला सही नहीं लगा. इसके बाद उन्होंने चेतन शर्मा के साथ मिलकर विराट से बात की और उन्हें पूरा विजन समझाया. इसके बाद ही रोहित को वनडे का कप्तान बनाया गया. इसके बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली का बातों को गलत करार देते हुए कहा था कि उन्हें बीसीसीआई के अधिकारियों ने उन्हें 90 मिनट पहले बताया था कि अब रोहित उनकी जगह वनडे टीम के कप्तान होंगे. इससे पहले बीसीसीआई ने उनसे कोई बातचीत नहीं की थी. कोहली ने कहा- जब मैंने टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी, मैं सबसे पहले बीसीसीआई के पास गया था. उन्हें अपने फैसले को लेकर जानकारी दी थी। मैंने अपने विचार और परेशानियां रखी थीं. बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और मेरी परेशानियों को समझा. उन्होंने मुझसे एक बार भी अपने फैसले को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा.