ABC NEWS: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि विघ्न-विनाशक श्री गणेश जी महाराज की आराधना के बिना कोई भी अनुष्ठान पूर्ण नहीं माना जाता. हिन्दू धर्म में गणेश जी को प्रथम पूज्य कहा जाता है, जिसके चलते सभी देवों से पहले गणेश जी की पूजा करने का विधान शास्त्रों में बताया गया है. गणेश जी की कृपा से भक्तों के जीवन के सभी कष्ट गायब हो जाते हैं तथा बल, बुद्धि एवं विद्या का आशीर्वाद मिलता है. उनके आशीर्वाद से बड़े से बड़ा कार्य भी बाधारहित रूप से पूर्ण होता है. वैसे तो आप गणपति की आराधना किसी भी दिन कर सकते हैं परंतु बुधवार के दिन गणेश जी महाराज की उपासना का विशेष फल मिलता है.
शास्त्र एवं ज्योतिष विज्ञान में भी बुधवार का दिन एकदंत गणेश को ही समर्पित है और ऐसा इसलिए है क्योंकि जिस समय माता पार्वती से पुत्र गणेश की उत्पत्ति हुई, ठीक उसी समय भगवान शिव के सान्निध्य में बुध देव विराजमान थे. जिसके कारण गणेश जी की उपासना के लिए बुधवार को महत्व देने का विधान बना. तो आइए पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं उन पांच चीजों के बारे में, जिससे प्रसन्न हो गौरी पुत्र गणेश बनाएंगे आपके सभी बिगड़े कार्य.
दूर्वा: भगवान गणेश को दूर्वा सर्वाधिक प्रिय है, वेदों एवं शास्त्रों में भी भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करने का विशेष महत्व बताया गया है. खास तौर से बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश को दूर्वा अर्पित करने से जीवन में रिद्धि-सिद्धि का प्रवेश होता है.
मोदक: जैसा कि हम सभी जानते हैं श्री गणेश को सभी नैवेद्य में से मोदक सबसे ज्यादा पसंद हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि जब परशुराम जी से युद्ध करते समय गणेश जी का एक दांत टूट गया था तो उन्हें उसके कारण अत्यंत पीड़ा होने लगी, जिसके चलते वह कुछ भी खा पाने में असमर्थ थे, तब माता पार्वती ने अपने लाल को चावल के आटे से मुलायम-मुलायम मोदक बनाकर दिए, जिससे गजानन की भूख शांत हुई.
मोतीचूर का लडडू: भगवान गणेश मिष्ठान के बहुत शौकीन हैं, जिसके कारण महर्षि अत्रि की पत्नी माता अनसूया ने एक बार गणेश जी को अपने घर भोजन पर बुलाकर अनेकों अनेक मिष्ठान खिलाए थे, जिसमें से उन्हें सबसे अच्छा देसी घी से निर्मित मोतीचूर का लडडू लगा था, तभी से गणेश जी को लडडू प्रिय हुआ और इतना ही नहीं गणेश जी की तो आरती में भी लडडू चढ़ाने का जिक्र आता है.
पान: भगवान गणेश जी को पान या ताम्बूल अर्पित करने का भी विशेष महत्व है, ऐसा करने से व्यक्ति के धन, सम्पदा, ऐश्वर्य में वृद्धि होती है और सभी जगह वह व्यक्ति मान-सम्मान का केंद्र बन जाता है.
सिन्दूर: भगवान गणेश को सिंदूर अर्पित करने से भी अनेक शुभ फल प्राप्त होते हैं. एक बार भगवान गणेश ने एक अत्यंत बलवान राक्षस सिंदूरासुर को मारकर अपने शरीर पर रगड़ लिया था, जिसके कारण उनका रंग सिंदूरनुमा लाल हो गया था. तभी से गणेश जी को सिंदूर चढ़ाने का विधान है.