ABC NEWS: सनातन धर्म में संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य देव एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति के नाम से जाना जाता है. बता दें कि 15 जनवरी 2024 यानी आज के दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं, जिस वजह से इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाएगा.
शास्त्रों में बताया गया है कि मकर संक्रांति के दिन से नए युग का शुभारंभ होता है, जिस वजह से आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन पूजा-पाठ, स्नान दान और तर्पण आदि कर्म करने से विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है. आइए जानते हैं, मकर संक्रांति के लिए स्नान-दान का शुभ मुहूर्त और मकर संक्रांति क्षण.
शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन पुण्य और महा पुण्य काल का विशेष महत्व है. बता दें कि इस दिन मकर संक्रांति पुण्य काल सुबह 07:15 से शाम 05:46 तक रहेगा. जिसकी अवधि 10 घंटे 31 मिनट होगी, वहीं महा पुण्य काल सुबह 07:15 से सुबह 09:00 तक रहेगा. इसकी अवधि 01 घंटा 45 मिनट की होगी. बता दें कि मकर संक्रांति का क्षण दोपहर 02:54 मिनट पर होगा.
स्नान दान मुहूर्त
पंचांग में बताया गया है कि मकर संक्रांति के सूर्योदय सुबह 07:15 पर होगा. ऐसे में मकर संक्रांति के दिन पवित्र स्नान के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05:44 से सुबह 07:15 के बीच रहेगा. वहीं अभिजीत मुहूर्त में दान करने का विशेष महत्व है. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:09 से दोपहर 12:51 तक रहेगा.
इन बातों का रखिए विशेष ध्यान
- शास्त्रों में बताया गया है कि मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करना चाहिए. साथ ही इस दिन सूर्य देव को जल प्रदान करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी, तिल का लड्डू, नमक, गर्म कपड़े अथवा कंबल का दान करने से विशेष लाभ मिलता है और इससे कई प्रकार के दोष के दुष्प्रभाव भी दूर हो जाते हैं.
- आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मकर संक्रांति को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इसलिए इस दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि इस नियम का पालन न करने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं और जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.