ABC NEWS: रामानंद सागर की ‘रामायण’ और बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ को आज भी बहुत पसंद किया जाता है. ‘रामायण’ या ‘महाभारत’ पर आधारित किसी भी फिल्म या सीरियल पर विवाद होता है तो लोग रामानंद सागर की ‘रामायण’ और बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ का उदाहरण इस तरह पेश करते हैं जैसे ये कोई धारावाहिक नहीं बल्कि तथ्य हो. लोग अपने बच्चों को प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण की कथा बताने के लिए भी रामानंद सागर की ‘रामायण’ और बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ दिखाते हैं लेकिन, दुख इस बात का है कि आज बीआर चोपड़ा द्वारा बनाई गई ‘महाभारत’ की सिर्फ एक निशानी बची है.
मुकेश खन्ना ने दी जानकारी
इस बात की जानकारी खुद बीआर चोपड़ा की कालजयी धारावाहिक ‘महाभारत’ में भीष्म का किरदार निभाने वाले अभिनेता मुकेश खन्ना ने दी थी. मुकेश खन्ना ने दिए एक इंटरव्यू में कहा था, “पितामह भीष्म की तलवार, श्रीकृष्ण का रथ या फिर दुर्योधन की गदा….ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जिन्हें निशानी के तौर पर संभालकर रखा जाना चाहिए था लेकिन, रखा नहीं गया. दरअसल, मुझे लगता है कि उस समय किसी ने भी इस तरीके से सोचा ही नहीं था. उस समय तो ये सारी चीजें लोगों के लिए सिर्फ एक प्रॉपर्टी थीं जिन्हें शूट के खत्म होने के बाद फेंक दिया गया.”
आज तक मुकेश खन्ना ने संभालकर रखी है एक निशानी
मुकेश खन्ना ने इंटरव्यू में आगे बताया था, “मेरे पास ‘महाभारत’ की एक निशानी है. मैंने शरशय्या (बाणों की शय्या) को आज तक संभाल कर रखा है. जब उस सीन की शूटिंग खत्म हुई थी तब मैं चोपड़ा साहब के पास गया। मैंने उनसे पूछा, ‘अब यह शय्या तो आपके किसी काम की नहीं रही। इसे मैं ले लूं? मैं रोज इस पर तीन-तीन घंटे लेटता था। यह मेरे पास निशानी के तौर पर रहेगी.’ चोपड़ा साहब ने कहा, ‘ले लो यह तुम्हारी ही तो है’ चोपड़ा साहब की इजाजत मिलते ही मैं उसको वहां से उठाकर ले आया. मैंने उसे 25 साल तक अपनी फैक्ट्री में रखा फिर अपने ऑफिस में ले आया.”