ABC NEWS: सनातन धर्म में हर घर में रोजाना सुबह-शाम भगवान के सामने दीपक जलाने का विधान है. कहते हैं दीपक जलाने से भगवान की कृपा मिलती है साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. हर मांगलिक कार्य में भी अग्निदेव को पूजा जाता हैं. इसलिए कोई भी पूजा बिना दीपक जलाएं संपन्न नहीं होती. वहीं वास्तु शास्त्र में दीपक रखने के कुछ नियम बताएं गए है. कहते हैं वास्तु के अनुसार दीपक रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है. तो आइए जानते हैं कि घर के मंदिर में दीपक किस दिशा में रखना चाहिए.
वास्तु अनुसार इस दिशा में रखें पूजा का दीपक
– वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा में दीपक को रखना सबसे शुभ माना जाता है. कहते हैं कि पश्चिम दिशा में दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और सुख-समृद्धि आती है.
– वास्तु जानकारों का मानना है कि पूर्व दिशा में दीपक की लौ रखना अच्छा माना जाता है. कहते हैं पूजा करते समय दीपक की लौ पूर्व दिशा में रखने से व्यक्ति की दीर्घायु होती है. साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है.
– वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में दीपक रखने से घर में धन की कमी नहीं होती. शास्त्रों में उत्तर दिशा को धन कुबेर की दिशा माना जाता है.
– वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में दीपक की लौ कभी नहीं रखनी चाहिए. कहते हैं दक्षिण दिशा यमराज की दिशा होती है. इस दिशा में दीपक की लौ रखने से धन हानि होती है.
– वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पूजा में हमेशा तेल का दीपक अपने दाईं ओर और घी का दीपक हमेशा बांई ओर रखा जाना चाहिए.
– इसके साथ-साथ दीपक जलाते समय इसकी बाती का भी ध्यान रखना चाहिए. कहते हैं तेल का दीपक जलाने में हमेशा लाल मौली की बाती का उपयोग करना चाहिए. वहीं घी का दीपक जलाते समय रूई की बाती का उपयोग करना चाहिए.
प्रस्तुति: भूपेंद्र तिवारी