ABC News: केस्को में फर्जी तरीके से बिजली मीटर बदलने औऱ रीडिंग स्टोर करके बिल बनाने के खेल में किदवईनगर पुलिस ने तहरीर मिलने के छह दिन बाद आरोपित और गिरोह के सरगना पूर्व मीटर रीडर मनीष भट्ट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. उधर केस्को की विभागीय जांच की जद में मीटर रीडिंग करने वाली केएनडी कंपनी भी आ गई है.
मीटर रीडरों की टेस्ट डिवीजन के किन-किन इंजीनियरों और कर्मचारियों से सांठगांठ है, इस पर भी गोपनीय तरीके से जांच शुरू कर दी गई है. साकेत नगर डब्लू-वन के मकान के एक कमरे में पूर्व मीटर रीडर मनीष भट्ट रीडिंग स्टोर करने और फिर गलत ढंग से मीटर बदलने का रैकेट चलाता था. उस पर विद्युत अधिनियम की धारा 136 में एफआईआर दर्ज की गई है. किदवई नगर थाना प्रभारी एके दुबे ने बताया कि जांच के बाद तथ्य सामने आने पर धाराएं बढ़ाई जाएंगी. रविवार को केस्को की चेकिंग टीम ने जिन 58 घरों में बिजली की रीडिंग स्टोर करने और गलत ढंग से मीटर बदलने के मामले पकड़े थे, वहां रीडिंग करने वाले दो मीटर रीडरों नीतेश पाल और आशुतोष शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराने की तहरीर दी गई थी. बर्रा पुलिस का कहना है कि जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी. अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है.