ABC NEWS: कड़ाके की ठंड की चपेट में प्रदेश समेत कानपुर है. रविवार को रात का तापमान 03.2 डिग्री सेल्सियस हो गया. अभी भी शहर कुल्लू, मनाली, शिमला, कांगड़ा और मसूरी से सर्द है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. अगले 48 घंटों तक इस सर्दी से राहत नहीं मिलेगी. वहीं पीजी से 8वीं तक 14 जनवरी तक और 9 से 12वीं तक के स्कूल 10 जनवरी तक बंद किए गए हैं.
2 जनवरी से कड़ाके की ठंड
दो जनवरी से अब तक शहरवासियों को सर्दी से राहत नहीं मिल सकी है. सप्ताहभर से लोग कड़ाके की ठंड से बेहाल हैं. पहली जनवरी अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम 10.8 डिग्री सेल्सियस था. चार जनवरी छोड़कर शेष दिवसों में न्यूनतम पारा 05 डिग्री से कम रहा है. दो जनवरी से अब तक केवल पांच जनवरी को छोड़ अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से कम रहा है.
लकड़ी न मिलने पर क्षेत्रीय पार्षद हाजी सुहेल अहमद ने रूपम चौराहे पर टॉवर हीटर लगवाया है.
सोमवार की सुबह भी घना कोहरा
सोमवार की सुबह भी घने कोहरे के साथ हुई. 20 मीटर भी विजिबिल्टी नहीं है. वहीं रविवार को अधिकतम तापमान 13.2 से बढ़कर 13.5 डिग्री सेल्सियस हो गया. यह सामान्य 03.6 डिग्री सेल्सियस कम है. रात का पारा 02 डिग्री से बढ़कर 03.2 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह सामान्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस कम है.
पहाड़ों के मुकाबले कम है तापमान
कानपुर की सर्दी के सामने शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, मनाली,मसूरी की सर्दी भी फेल है. रविवार को कुल्लू का 22.6, 06.1, मनाली का 15.4, 04.4, शिमला का 19.0, 09.5, कांगड़ा 21.1. 07.1 व मसूरी का पारा 19.0, 09.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
हार्ट अटैक से दो युवाओं समेत 17 और की मौत
कानपुर में बीते 24 घंटे में हार्ट अटैक से दो युवाओं समेत 17 और मरीजों की मौत हो गई. जबकि ब्रेन स्ट्रोक से दो बुजुर्ग मर गए. आठ दिन में हार्ट अटैक से 114 की मौत हो चुकी है. कॉर्डियोलॉजी की इमरजेंसी कंट्रोल रूम की इंचार्ज डॉ. आकांक्षा सिंह ने निदेशक प्रो. विनय कृष्णा को दी रिपोर्ट में साफ किया है कि पांच मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई जबकि 11 को आने के बाद परीक्षण में मृत घोषित कर दिया गया.
सचेंडी के धरमंगतपुर निवासी श्याम बाबू (47) को दिल का दौरा पड़ गया। परिजन अस्पताल लाए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हैलट इमरजेंसी में कल्याणपुर के बुजुर्ग एसआरएम कुमार (82) और बिल्हौर के संजीवन लाल (84) की ब्रेन स्ट्रोक से मौत हुई।
12 के बाद फिर तेजी से गिरेगा पारा
पश्चिमी विक्षोभ से सामान्य तौर पर पारा चढ़ना चाहिए, लेकिन इसका अपेक्षित असर नहीं पड़ रहा है. बर्फीली हवाएं बेहाल कर रही हैं. माना जा रहा है कि 12 जनवरी के बाद फिर तापमान तेजी से गिरेगा. इससे फिर एक नई शीतलहर आ जाएगी. सीएसए विवि के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि गलन भरी सर्दी से अभी राहत नहीं मिलेगी.
पाले की चपेट में मटर व अन्य सब्जियां
न्यूनतम तापमान लगातार कम रहने से पाला गिरने लगा है. सबसे ज्यादा असर मटर की फसल पर पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त अन्य बागवानी की फसलें भी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं. सरसों की फसलों पर भी असर पड़ रहा है.