ABC News: फजलगंज की घटना के एक दिन बाद पुलिस कमिश्नरेट दफ्तर पहुंचे सपा नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ने का आरोप लगाया है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर विपिन मिश्र से मुलाकात कर सपा नेताओं ने कहा कि जिस पुलिस को देखकर लोग सुरक्षित महसूस करते थे, उसे देखकर अब भय का माहौल है.
आज योगी जी की पुलिस, एक पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड के बीच का अंतर भूल चुकी है।
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) November 9, 2024
सिक्योरिटी गार्ड अपने मालिक के लिए वफादार होते हैं, पुलिस जनता और बाबा साहब के संविधान के प्रति!
पुलिस के अफसरों को तय करना है कि वो क्या है? सरकारें तो आती जाती रहीं है और रहेंगी! परमानेंट कुछ भी… pic.twitter.com/ts4Nw70lvH
यहां पर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सीसामऊ विधानसभा के प्रभारी सुनील साजन ने कहा कि पुलिस की जो जिम्मेदारी है, उसे वह निभाए न कि बीजेपी के एजेंट के रूप में कार्य करे. उन्होंने कहा कि सीसामऊ विधानसभा में सपा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस, केडीए, नगर निगम, केस्को आदि विभाग परेशान कर रहे हैं. ऐसे में डर का माहौल बनाया जा रहा है. अगर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला होता है तो सभी पर समान रूप से कार्रवाई की जाए. सपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी चुनाव नहीं लड़ पा रही है, इसीलिए सारे विभाग विपक्षी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़ने करने में लगे हैं.
विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि समाजवादी पार्टी पुलिस विपक्षी कार्यकर्ताओं को घर में झंडे लगाने से मना कर रही है. सभाओं की अनुमति के नाम पर परेशानियां पैदा कर उन्हें टालने का प्रयास हो रहा है. इस दौरान विधायक मो. हसन रूमी, पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया, सपा नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद, शहर कांग्रेस अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी आदि यहां पर मौजूद रहे.