ABC NEWS: शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान के गाने बेशर्म रंग को लेकर मचे बवाल के बीच ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्म सेंसर बोर्ड बनाने का ऐलान किया है. मनोरंजन के नाम पर धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्मों और सीरीज की ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ समीक्षा करेगा. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इसका ऐलान करते हुए बताया कि दस सदस्यों वाले इस धर्म सेंसर बोर्ड या धर्म शोधन सेवालय के केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन दिल्ली एनसीआर में 15 जनवरी को होगा.
गौरतलब है कि बेशर्म रंग के गाने में दीपिका पादुकोण के भगवा कलर के इस्तेमाल को लेकर हिंदुवादी संगठनों ने कड़ा एतराज जताया है. फिल्म के बहिष्कार और सिनेमा घरों को फिल्म नहीं चलाने की धमकी भी दी गई है.
शंकराचार्य के अनुसार धर्म सेंसर बोर्ड फिल्मों, टीवी सीरियल, वेब सीरीज और स्कूलों के पाठ्यक्रमों में धर्म के नाम पर दिखाए जा रहे पात्रों, उनके डायलॉग डिलीवरी, रंग, तिलक और सिक्वेन्स की भी समीक्षा करेगा. हिन्दू धर्म, वेदों और पुराणों की बात को तोड़ मरोड़ कर दिखाने पर कार्रवाई करेगा. यह बोर्ड सनातन धर्म का मजाक उड़ाने, गलत मंत्रोच्चार करने वालों के खिलाफ भी कानून के दायरे में कार्रवाई करेगा.
फिल्म निर्माताओं के आग्रह पर बोर्ड की तरफ से धार्मिक विषयवस्तु और कथानक पर मदद भी की जाएगी.धर्म सेंसर बोर्ड के संरक्षक शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जबकि सुरेश मनचन्दा प्रमुख रहेंगे. सदस्यों में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. पीएन मिश्र, स्वामी चक्रपाणि, साहित्यकार डॉ. नीरजा माधव, अभिनेत्री मानसी पाण्डेय, उप्र फिल्म विकास परिषद उपाध्यक्ष तरुण राठी, कैप्टन अरविन्द सिंह भदौरिया, प्रीति शुक्ला, डॉ. गार्गी पण्डित के साथ एएसआई के पूर्व निदेशक डॉ. धर्मवीर शामिल हैं.