ABC NEWS: चैत्र नवरात्र पर बुधवार सुबह से ही देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी विशेषकर तपेश्वरी देवी और बारादेवी मंदिरों के बाहर भक्तों को घंटों दर्शन के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ी. मंदिर परिसर मां के जयकारों से गूंज उठे.
नव संवत्सर की शुरुआत श्रद्धा और उल्लास के साथ हुई. घर घर तय मुहूर्त पर विधि विधान के साथ कलश स्थापना की गई. तपेश्वरी देवी, बारा देवी, काली बाड़ी, काली मठिया शास्त्री नगर, चंद्रिका देवी, कुष्मांडा देवी, माता जंगली देवी, दुर्गा मंदिर गोविंद नगर, दुर्गा मंदिर दबौली, बुद्धा देवी में भक्तों की भीड़ रही. इस बार नवरात्रि में देवी मां दुर्गा अपने प्रिय भक्तों के यहां नौका पर सवार होकर आईं. नवरात्र की समाप्ति पर गज हाथी पर सवार होकर देवलोक को वापस जाएंगी. कलश को सुख समृद्धि, ऐश्वर्य देने वाला तथा मंगलकारी माना जाता है.