ABC NEWS: भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की आत्महत्या मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पटना से लेकर मुंबई तक दबिश दी. आकांक्षा दुबे की आत्महत्या मामले में भोजपुरी सिंगर समर सिंह और उसके भाई संजय को आरोपी बनाया गया है. दोनों भाई पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
इन ठिकानों पर दबिश
भोजपुरी सिंगर समर सिंह और उसके भाई संजय की तलाश में वाराणसी पुलिस ने आजमगढ़, पटना, मुंबई समेत कई ठिकानों पर दबिश दी. सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी पुलिस अभी तक आकांक्षा का मोबाइल नहीं खोल सकी है. मोबाइल में नंबर पासवर्ड के साथ फिंगर प्रिंट स्कैन का पासवर्ड लगा हुआ है. ऐसे में मोबाइल को अनलॉक करने के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला में भेजा गया है.
कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस
हालांकि, वाराणसी पुलिस को आकांक्षा के मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड मिल गई है. इसमें पता चला है कि जिस दिन अभिनेत्री ने सुसाइड किया उस दिन सिंगर समर सिंह से लंबी बातचीत हुई है. आत्महत्या के पहले भी दोनों से बातचीत के सबूत मिले हैं. पुलिस कॉल डिटेल के आधार पर और जानकारी जुटाने में जुटी है.
यहां मिली आखिरी लोकेशन
वहीं, वाराणसी पुलिस को आरोपी भाइयों की आखिरी लोकेशन के मुंबई और पटना में मिली थी. इसको देखते हुए वाराणसी पुलिस की एक टीम पटना और एक टीम मुंबई में दबिश दे रही है. पुलिस के मुताबिक, दोनों का मोबाइल फोन बंद आ रहा है. इसके चलते उनतक पहुंचने में देरी हो रही है.
यह है पूरा मामला
बता दें कि आकांक्षा दुबे शनिवार रात मंडुआडीह स्थित माली कुंज क्लब में एक पार्टी में शामिल होने गई थीं. देर रात को वह होटल आई थीं. फिर कुछ घंटे बाद उन्होंने फांसी लगा ली. आकांक्षा के साथ मंडुआडीह निवासी अरुण पांडेय व उनकी पत्नी श्रद्धा कार में कुछ दूर आई थीं. बाद में तारापुर चितईपुर निवासी संदीप अपनी कार से आकांक्षा को होटल छोड़ने गया था.