ABC News: कानपुर में प्रशासन ने एक बार फिर शत्रु संपत्ति पर कार्रवाई की है. शत्रु संपत्ति पर बनी कानपुर हिंसा के फाइनेंसर मुख्तार बाबा की बाबा बिरयानी दुकानों के बाहर बैनर टांगा और अपना ताला लगाकर दुकानें सील कर दीं. बता दें कि इससे पहले मार्च में दुकानों को सील किया गया था, लेकिन प्रशासन ने अपना सिर्फ एक ही ताला लगाया था. इसके अलावा दुकानों के आगे अवैध अतिक्रमण को पहले भी हटाया जा चुका है.
तहसीलदार सदर रितेश ने बताया कि बाबा बिरयानी कि दुकानों पर मार्च में सीलिंग के दौरान प्रशासन ने सिर्फ एक ही ताला लगाया था. सामान निकालने के लिए मोहलत दी गई थी. आज मोहलत पूरी होने के बाद प्रशासन ने दोनों दुकानों में अपना ताला लगा दिया है. वहीं दुकानों के बाहर अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी भी दी गई. बता दें कि मार्च-2023 में बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा के स्वीट हाउस पर खाद्य विभाग की टीम ने सैंपलिंग की. इसके साथ जिला प्रशासन की टीम ने शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत बिल्डिंग को सील कर दिया था.
ऐसा है पूरा मामला
बेकनगंज थाना क्षेत्र स्थित यतीमखाना, नई सड़क में बीते तीन जून 2022 को भाजपा नेता नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद हिंसा भड़क गई थी. कानपुर हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था. दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव, फायरिंग और पेट्रोल बम चले थे. पुलिस ने मास्टरमाइंड हयात जफर और उसके साथी जावेद अहमद खान, मो. सूफियान और मो. राहिल को जेल भेजा था. पुलिस की जांच में सामने आया था कि बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा ने हिंसा के लिए फडिंग की थी. वहीं, पुलिस की जांच में मुख्तार बाबा की शत्रु संपत्तियां भी सामने आई थीं.