ABC NEWS: कानपुर में बढ़ती ठंड के साथ आवारा जानवर खासतौर पर सांड़ और कुत्तें मुसीबत बन गए और नगर निगम के अफसर-कर्मचारी सो रहे है. हालत यह है कि हार्न सुनकर कुत्ते वाहन चालकों पर हमला कर देते है. जरा सी चूक वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन रही है. हालांकि नगर निगम का दावा है कि रोज गोवंश पकड़ कर गोशाला भेजा जा रहा है.
दावा तो यह किया जा रहा है की रोजाना 50 कुत्तों का बंध्याकरण किया जा रहा है. जाना जाजमऊ में एक और गोशाला का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें दो हजार गोवंश रखने की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा कुत्तों के बर्थ एनीमल कंट्रोल सेंटर एक और बनाया जा रहा है. इसके लिए शासन से धन मिल गया है लेकिन हकीकत में दावे सच्चाई से परे ही दीखते है.
रेल बाजार में 65 वर्षीय को सांड़ ने मार डाला
रेल बाजार इलाके आवारा घूम रहे एक सांड ने 65 वर्षीय बुजुर्ग इखलाख अहमद पर पीछे से हमला बोल दिया. वह बुजुर्ग को सींगों में फंसाकर घसीटता हुआ ले गया. जब तक लोग बुजुर्ग को सांड के चंगुल से छुड़ा पाते वो बुरी तरह घायल हो गए थे. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
टहलना मुसीबत बन गया
मरियमपुर, फजलगंज, गांधीनगर, पीरोड, कल्याणपुर, दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, जवाहर नगर, नेहरू नगर समेत कई जगह कुत्तों का आतंक है. पीरोड के गोलू बाजपेई, नवाबगंज के अंकुर त्रिवेदी, विकास नगर की अंजली श्रीवास्तव ने बताया कि रात में निकलने पर वाहनों के हार्न सुनकर कुत्ते दौड़ पड़ते है.
परमट, सीसामऊ बाजार, गांधीनगर, लालबंगला, लाजपत नगर, दर्शनपुरवा, ग्वालटोली समेत कई जगह सांडो़ं का आतंक है. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा आरके निरंजन ने बताया कि रोज ही अभियान चलाकर कम से कम 20 से ज्यादा जानवरों को पकड़ा जा रहा है. नवंबर से लगातर अभियान चलाया जा रहा है.