ABC News: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज का दूसरा मुकाबला लॉर्ड्स में बुधवार (28 जून) को शुरू हुआ. मैच की शुरुआत में ही हंगामा हो गया. ‘जस्ट स्टॉप ऑयल’ संगठन के प्रदर्शनकारियों ने मैदान में जमकर बवाल काटा. इसके बाद उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने बाहर किया. यह पूरा वाकया देखकर दुनिया भर के क्रिकेट फैंस हैरान रह गए.
? A Just Stop Oil spokesperson said:
“Cricket is an important part of our national heritage, but how can we enjoy the Ashes when much of the cricketing world is becoming unfit for humans to live in? We can no longer afford to distract ourselves when the sports we play, the food… pic.twitter.com/KteCydQ8Jo
— Just Stop Oil (@JustStop_Oil) June 28, 2023
सोशल मीडिया पर हंगामे की तस्वीर और वीडियो को शेयर करने लगे. मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर के साथ उस्मान ख्वाजा पारी की शुरुआत करने आए. पहला ओवर जेम्स एंडरसन ने किया. दूसरे ओवर की शुरुआत स्टुअर्ट ब्रॉड करने वाले थे, उससे पहले ही मैदान पर कुछ लोग घुस आए. इतने में हंगामा शुरू हो गया. प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों के करीब पहुंच गए. मैच को कुछ देर के लिए रोक दिया गया. जब तक सुरक्षाकर्मी पिच तक पहुंचते, प्रदर्शनकारियों ने ऑरेंज पाउडर को फैला दिया.
Are you watching @leedsrhinos ?#Ashes pic.twitter.com/AB64rimeXH
— England’s Barmy Army ???????? (@TheBarmyArmy) June 28, 2023
हंगामा देख इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने मोर्चा संभाला. विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने तो एक प्रदर्शनकारी को गोद में ही उठा लिया और उसे मैदान के बाहर छोड़कर आए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. ऑरेंज पाउडर के कारण बेयरस्टो का कपड़ा भी खराब हो गया. वह इस कारण कुछ पल के लिए मैदान से बाहर गए और जर्सी बदलकर वापस आ गए.
Jonny Bairstow just picked up a pitch invader and escorted him off the field #Ashes pic.twitter.com/BKEq95DYib
— Josh Schönafinger (@joshschon) June 28, 2023
क्या है ‘जस्ट ऑयल स्टॉप’ प्रदर्शन?
यूनाइटेड किंगडम में पर्यावरण कार्यकर्ताओं का एक समूह है जिसे ‘जस्ट स्टॉप ऑयल’ के नाम से जाना जाता है. इस समूह का लक्ष्य है कि वह ब्रिटिश सरकार को नए तेल लाइसेंस जारी करने से किसी तरह रोका जाएगा. इसकी स्थापना 2022 में हुई थी. इसने पिछले साल अप्रैल में ब्रिटेन के तेल टर्मिनलों पर प्रदर्शन शुरू किया था. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि ब्रिटिश सरकार को तत्काल तेल, गैस और कोयले के प्रोजेक्ट को रोक देना चाहिए. इसके विरोध प्रदर्शन के तरीकों पर कई बार सवाल उठाए गए हैं.