ABC NEWS: डिप्रेशन ने कानपुर में दो जानें ले लीं. जान देने वालों में से एक आईओसी का इंजीनियर और दूसरा यूपी पुलिस का हेड कांस्टेबल था. इंजीनियर के परिवार ने उसके सीनियर्स पर टार्चर करने का आरोप लगाया है जबकि हेड कांस्टेबल के निलंबन को उसकी आत्महत्या का कारण बताया जा रहा है.
कल्याणपुर की आवास विकास कालोनी में रहने वाले आईओसी इंजीनियर भानु प्रताप 31 वर्ष के थे. सोमवार की शाम उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी. उनके परिवार के सदस्यों का कहना है कि वह डिप्रेशन में आ गए थे. इसकी वजह उनके वरिष्ठों द्वारा उनका उत्पीड़न किया जाना है. परिवार का कहना है कि सीनियर्स के व्यवहार से भानु आहत थे और इसी के चलते वह डिप्रेशन में आ गए। वहीं, एक युवा इंजीनियर के इस तरह आत्महत्या कर लेने से हर कोई हैरान है. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. भानु प्रताप के यूं अपनी जिन्दगी खत्म कर लेने से उनके परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
वहीं, बेकन गंज थाने में तैनात रहे हेड कांस्टेबल राहुल ने भी कानपुर के खपरा मोहाल क्षेत्र में ट्रेन के आगे आकर की खुदकुशी कर ली. राहुल कई दिनों से सस्पेंड चल रहे थे. उन्हें हर्ष फायरिंग के आरोप में सस्पेंड किया गया था. बताया जा रहा है कि निलंबन के चलते वह डिप्रेशन में आ गए थे. इसी मानसिक स्थिति में उन्होंने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी.