ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) सपा विधायक इरफान सोलंकी को बुधवार सुबह 10 बजे कानपुर जेल से महाराजगंज जेल के लिए रवाना कर दिया गया. वो जेल से बाहर आए, तो हाथ में कुरान लिए हुए थे. परिवार को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। मगर पुलिस ने किसी से मिलने नहीं दिया.
मीडिया की तरफ बढ़ते ही पुलिस ने उन्हें गाड़ी की तरफ चलने के लिए कहा. इस पर इरफान नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि धक्का क्यों देते हो? इस पर पुलिस और इरफान के बीच नोकझोंक हो गई. 10 मिनट के अंदर ही पुलिस गाड़ी में इरफान को बैठाकर महाराजगंज के लिए रवाना हो गई.
#Kanpur | विधायक इरफान सोलंकी कानपुर जेल से किये गए महाराज गंज जेल में शिफ्ट, कड़े सुरक्षा घेरे में इरफान को कानपुर से महाराजगंज जेल के लिए लेके हुए रवाना, माँ और पत्नी को देख के इरफान हुए भावुक.@kanpurnagarpol @Uppolice @samajwadiparty #UttarPradesh #abcnewsmedia #कानपुर pic.twitter.com/CJiHeazGHp
— Abcnews.media (@abcnewsmedia) December 21, 2022
कमिश्नर आवास में सरेंडर के बाद से जेल में बंद
इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान के खिलाफ 7 नवंबर को जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी उनकी पड़ोसी महिला बेबी नाज का घर फूंकने के मामले में FIR दर्ज की गई थी. इसके बाद इरफान फरार हो गए थे. पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू की, तो इरफान ने 2 दिसंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर के आवास पर सरेंडर कर दिया था. इसके बाद से वह जेल में बंद हैं.
5 FIR दर्ज हो चुकी, सुरक्षा के लिए शिफ्ट हुए
इरफान के खिलाफ एक के बाद एक 5 FIR गंभीर धाराओं में दर्ज की गई थी. इसके बाद से वह लगातार जेल में हैं. अब उन्हें बुधवार को कानपुर से महाराजगंज जेल शिफ्ट किया जा रहा है. जेल अधीक्षक की माने तो सुरक्षा के लिहाज से यह कदम उठाया गया है. उन्होंने इस संबंध में एक रिपोर्ट बनाकर शासन को दी थी. इसके बाद इरफान को महाराजगंज जेल शिफ्ट करने में शासन ने फैसला लिया है.
महाराजगंज से कानपुर की दूरी करीब 400 किमी है. ऐसे में ये सफर करीब 6 घंटे का माना जा रहा है. इस दौरान प्रोटोकॉल के हिसाब से ये काफिला कहीं रुकना नहीं है. इस काफिले में 5 गाड़ियां शामिल की गई हैं. बीच वाली गाड़ी में इरफान सोलंकी मौजूद हैं.
पत्नी बोलीं- उन्हें बहुत दूर भेज दिया
इरफान की पत्नी जेल के बाहर मौजूद थीं। उन्होंने इरफान को देखते ही हाथ हिलाया। इरफान का काफिला रवाना होने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें बहुत दूर भेज दिया। पता नहीं वहां तक बच्चे मिलने जा पाएंगे या नहीं? मुझे सरकार से सिर्फ इतना कहना कि उन्हें जहां भी रखे, बस सुरक्षा का ध्यान रखे।