ABC News: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार इस सदी में दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट बना हुआ है. 8 सितंबर को उनका निधन हुआ था और आज यानी 19 सितंबर को राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी. दुनियाभर के अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्ष, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, प्रतिनिध उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे हैं. महारानी का पार्थिव शरीर पार्लियामेंट के वेस्टमिंस्टर एबी में रखा हुआ है.
आज उनके पार्थिव शरीर को यहां से हटाकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी और तय समय के मुताबिक सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा. यहां हम उस तोप गाड़ी की बात करेंगे जिससे उन्हें वेस्टमिंस्टर एबी से वेलिंगटन आर्च तक ले जाया जाएगा. बेहद खास है वो तोपगाड़ी भी जिसपर वेस्टमिंस्टर एबी से वेलिंगटन आर्च तक महारानी एलिजाबेथ का कासकेट करेगा सफर. यह वही गाड़ी है जिसपर उनके पिता की भी शवयात्रा निकली थी.
तोप गाड़ी की खासियत
– सक्रिय सैन्य सेवा से बाहर हुई इस तोप गाड़ी का सबसे पहले इस्तेमाल 1901 में महारानी विक्टोरिया के अंतिम संस्कार के लिए किया गया था.
– इस गाड़ी को अब खास इसी काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
– इसी गाड़ी में किंग एडवर्ड-VII, जॉर्ज-V, जॉर्ज-VI (एलिज़ाबेथ के पिता), पूर्व प्रधानमंत्री विन्सटन चर्चिल और भारत के अंतिम वायसराय रहे लुई माउंटबेटन के अंतिम संस्कार में भी इसका इस्तेमाल किया गया.
– इस तोपगाड़ी को नौसेना के बेस HMS एक्सीलेंट में एक नियंत्रित वातावरण में रखा जाता है. इसकी देखभाल के लिए एक फौजी दस्ता तैनात रहता है.
– हर हफ्ते एक सैन्य अधिकारी इसके पहियों को थोड़ा घुमा देता है. ताकि अपने वजन के कारण इसके पहियों का आकार न बिगड़ जाए.
– महारानी एलिजाबेथ के अंतिम सफर में ऐतिहासिक सैन्य तोपगाड़ी के साथ ही खास जैगुआर कार का भी इस्तेमाल किया जाएगा जिसे स्टेट हर्स कहा जाता है.
– यह खास कार है जिसे राज परिवार की सलाह से जैगुआर लैंड रोवर ने तैयार किया. इसमें पीछे की ओर लाइट भी लगाई गई है ताकि यदि कभी अंधेरा हो तो भी बाहर खड़े लोग उनके दर्शन कर सकें.
– इसके डिज़ाइन को खुद महारानी ने मंजूरी दी थी. इस पर महारानी की मुहर यानि अंग्रेज़ी का अक्षर E और उसपर रखा हुआ ताज अंकित है.
– इसमें ही पीछे की सीट की तरफ महारानी के कास्टकेट को रखा जाएगा. इस वाहन इस्तेमाल उस वक्त भी किया गया था जब महारानी के पार्थिव शरीर को स्कॉटलैंड से लंदन लाया गया था.