ABC NEWS: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत के मामले को लेकर मंगलवार को यूपी की भाजपा सरकार को घेरा और उस पर कई हमले किए. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत के लिए खतरा बन चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत व संवेदनशीलता के लिए खतरा बन चुका है. कानपुर की हृदयविदारक घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. हम सबको इस अमानवीयता के खिलाफ आवाज उठानी होगी. कानपुर के पीड़ित परिवार को न्याय मिले एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
क्या है पूरा मामला
रूरा थानाबक्षेत्र के मड़ौली गांव में सोमवार को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद की मौजूदगी में पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव के कृष्ण गोपाल दीक्षित की झोपड़ी के पास लगे सरकारी नल मंदिर तोड़ने के साथ ही उसकी झोपड़ी को जेसीबी से ढहा दिया था.
ढहाए गए छप्पर में लगी आग से वहां मौजूद कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला दीक्षित (44) व उनकी बेटी नेहा (21) की आग से जलकर मौत हो गई. कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए थे.
हादसे से वहां अफरातफरी मच गई। लोगों का गुस्सा भड़का तो एसडीएम के साथ ही पुलिस और राजस्वकर्मी भाग निकले थे. अफसरों की छानबीन के बाद देर रात कृष्ण गोपाल के बेटे शिवम की तहरीर पर एसडीएम मैथा सहित 38 के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास आग लगाने सहित कई गंभीर धाराओं में थाने में मुकदमा दर्ज हो गया.
एसडीएम और लेखपाल गिरफ्तार
मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को निलंबित करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है. जेसीबी चालक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. कुल 38 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इलाके के थाना प्रभारी को भी हटा दिया गया है.
परिजनों ने यह रखी थी मांगें
मामले में लेखपाल पर आग लगाने व एसओ रूरा पर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है. ग्रामीणों व परिजनों ने परिवार को पांच करोड़ का मुआवजा, दोनों बेटों के नाम 5-5 बीघा जमीन का पट्टा किए जाने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव नहीं उठने दिए. इसके साथ ही मुख्यमंत्री को बुलाए जाने की मांग भी की थी.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने की बात, अंतिम संस्कार को तैयार परिवार
कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान अधिकारियों के सामने ही मां-बेटी की जलकर मौत के मामले में परिवार डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से बातचीत के बाद शवों का अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. परिवार को भरोसा दिलाया कि दोषियों को ऐसी सजा देंगे कि पुश्तें भी याद रखेंगी. कहा कि परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है. डिप्टी सीएम से बातचीत के बाद मां-बेटी का शव पुलिस को देने और अंतिम संस्कार के लिए परिवार तैयार हो गया है.