ABC News: यूपी के सियासी भंवर में फंसे सारस को बड़ी मुश्किल में कानपुर लाया गया तो अब यहां भी इसको लेकर राजनीति तेज हो गई है. सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी कानपुर के चिड़ियाघर पहुंच गए और इस मामले में प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए. हालांकि, एकांतवास में होने की वजह से उनकी सारस से मिलने की हसरत तो अधूरी रह गई लेकिन चिड़ियाघर के निदेशक को वह लगे हाथ आरिफ और सारस की फोटो जरूर दे आए.
विधायक अमिताभ बाजपेयी ने कहा कि अखिलेश यादव से मिलने के जुर्म में सारस पक्षी को गिरफ्तार कर चिड़ियाघर में रखा गया है. आरिफ ने घायल पक्षी का पूरा इलाज कराया. उसका ध्यान रखा. उसकी सराहना करने की बजाय आरिफ को परेशान किया जा रहा है. विधायक ने सरकार पर आरोप लगाया कि अभी तक सरकार नेताओं और कार्यकर्ताओं को कैद किया जा रहा था. अब पक्षियों को भी कैद किया जा रहा है. ये सही नहीं है. सारस को इसलिए कैद किया गया कि सरकार को लगा कि उसने भी कोई धर्म अपना लिया. सरकार को ऐसी मंशाओं से दूर रहना चाहिए. विधायक ने कानपुर जू के डायरेक्टर केके सिंह से मुलाकात कर उसके खाने.पीने का सामान सौंपा. विधायक ने डायरेक्टर ने सारस पक्षी से मिलने के लिए कहा, लेकिन क्वारंटीन होने के चलते विधायक को पक्षी से मिलने से रोक दिया गया. डायरेक्टर को विधायक ने आरिफ और सारस वाली फोटो भी सौंपी. कहा कि इसे जू के अंदर बने पिंजड़े में फोटो लगाने को कहा. डायरेक्टर ने बताया कि सारस पक्षी को लगातार पशु चिकित्साधिकारियों की निगरानी में रखा जा रहा है. सारस ने कुछ खाना शुरू किया है. सारस पक्षी को शनिवार को कानपुर जू लाया गया था. यहां जब से उसे रखा गया वो बेहद उदास है. जू में उसे 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है.