ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर के महाराजपुर बौसर निवासी सेना के जवान विनीत यादव लद्दाख के उरी में सीमा की सुरक्षा के दौरान सड़क हादसे में गुरुवार को बलिदान हो गए थे. रविवार सुबह उनका शव गांव पहुंचा तो स्वजन के साथ पूरा गांव गमगीन हो गया.
आसपास के गांवों से लोगों का हुजूम भारत माता के अमर सपूत के बलिदान को नमन करने के लिए उमड़ पड़ा. गांव के बाहर जवान का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. तहसील प्रशासन द्वारा चिन्हित की गई जमीन में जवान को भू-समाधि दी गई.
बौसर निवासी किसान रामेंद्र व चंपा का बड़ा बेटा विनीत यादव लद्दाख के उरी में 13 कुमाऊं बटालियन में तैनात था.विनीत गुरुवार को देश की सीमा की सुरक्षा करते हुए सड़क हादसे में बलिदान हो गए थे. उनका टैंकर खांई में गिर गया था। शनिवार देर शाम विनीत का पार्थिव शरीर कानपुर आ गया था.
रविवार सुबह सैन्य टुकड़ी पूरे सम्मान के साथ तिरंगे में लपेटे बलिदानी का पार्थिव शरीर गांव लेकर पहुंची. घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। पूरा गांव गमगीन हो गया. आसपास के गांवों से लोग भारत माता के लाल की वीरता को नमन करने के लिए उमड़ पड़े.
एसडीएम नर्वल गुलाब अग्रहरि के साथ प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. स्वजन को सांत्वना देकर ढांढस बंधाते रहे. गांव के बाहर बलिदानी जवान का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. भू-समाधि दी गई. इस दौरान भारत माता की जय व वंदे मातरम का उद्घोष गूंजता रहा.