ABC News: कानपुर के गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं का नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आरोपी सफाई कर्मी ने यह कोई पहला वीडियो नहीं बनाया है. वह महीनों से छात्राओं के वीडियो बना रहा था. उसके मोबाइल में कई पुराने वीडियो और तस्वीरें भी मिली हैं. पूरे मामले में पुलिस की लचर पैरवी का आरोपियों को पूरा फायदा मिला. कोर्ट से वार्डन और संचालक को खड़े-खड़े जमानत पर छोड़ दिया गया. सिर्फ सफाई कर्मी को जेल भेजा गया.
काकादेव तुलसी नगर के साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल में सर्वोदय नगर निवासी सफाई कर्मचारी ऋषि काम करता था. छात्राओं के टॉयरी-छिपे अश्लील वीडियो बनाता था. 29 सितंबर को एक छात्रा ने सफाई कर्मचारी ऋषि को रंगे हाथों बाथरूम के टूटे दरवाजे से अश्लील वीडियो बनाते दबोच लिया. पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया था. रावतपुर थाने की पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच कर रही है. एसीपी कल्याणपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि सफाई कर्मी के मोबाइल से एक-दो नहीं छात्राओं के कई अश्लील वीडियो मिले हैं. सफाई कर्मचारी के मोबाइल की जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि हॉस्टल में वह सफाई करते समय अपने मोबाइल के कैमरे को ऑन करके वीडियो रिकॉर्डिंग करता था. चुपचाप लड़कियों के फोटो भी खींचता था. उसकी हरकतें बिलकुल भी ठीक नहीं थी. मोबाइल से मिले फोटो, वीडियो से साफ है कि उसके निशाने पर हर वक्त हॉस्टल की लड़कियां रहती थीं. छात्राओं पर सफाई कर्मी बुरी नीयत रखता था.