ABC News: समाजवादी पार्टी से सीसामऊ विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर अधिकाधिक रूप से अपने नाम का ऐलान होने के बाद नसीम सोलंकी की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है. महाराजगंज जेल से कानपुर आकर अपने जाजमऊ स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए नसीम सोलंकी काफी भावुक हो गईं.
आंखों में रह रहकर आते आंसुओं की धारा के बीच नसीम सोलंकी ने कहा कि अखिलेश यादव ने उन पर भरोसा जताया है, जिसके लिए उनका धन्यवाद लेकिन उनके लिए यह कोई खुशी का चुनाव नहीं है, क्योंकि पूर्व विधायक इरफान सोलंकी उनके साथ में नहीं है. नसीम ने कहा कि अगर इरफान सोलंकी साथ होते तो उन्हें यहां तक आना ही नहीं पड़ता लेकिन अब बहुत बड़ी जिम्मेदारी उनके पास आ गई है. ऐसे में उनसे जितनी मेहनत हो सकेगी उससे ज्यादा वह मेहनत करेंगी.
चुनाव की तैयारी भी घर परिवार और पार्टी के सभी लोग मिलकर करेंगे. बार बार भावुक होकर इरफान सोलंकी को याद करते हुए नसीम सोलंकी ने कहा कि कोर्ट से लेकर महाराजगंज और कानपुर तक उन्हें जीतोड़ मेहनत की अब राजनीति ही अंतिम सीढ़ी है, यहां भी वह पूरी मेहनत करेंगी क्योंकि इरफान के बिना उन लोगों की जिंदगी में कोई खुशी नहीं है. नजीर फातिमा के भाजपा के पक्ष में प्रचार करने के सवाल पर कहा कि यह उनकी सोच है, जिसे वह बदल नहीं सकती है.
इरफान सोलंकी ने दी है दुआ
प्रेस कांफ्रेंस में नसीम सोलंकी ने कहा कि कल ही उनकी इरफान सोलंकी से मुलाकात हुई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि एक दो दिन में उनका नाम सपा नेतृत्व फाइनल कर देगा. इसलिए उन्होंने चुनाव के लिए पूरी तैयार रहने के निर्देश देते हुए दुआ दी थी. उन्होंने बताया कि जब करहल की सीट सपा ने फाइनल कर दी थी तब ही इरफान ने उन्हें इसके बारे में इतल्ला दी थी. नसीम सोलंकी ने कहा कि वह कमजोर नहीं है क्योंकि अगर कमजोर होती तो पहले ही दिन वह मैदान छोड़कर भाग जाती लेकिन अब तक पूरी तरह से डटी रहीं और हर जगह जीतोड़ प्रयास किया. उन्होंने कहा कि चुनावी मैदान में पूरी मजबूती के साथ वह उतरकर जनता के बीच अपनी बात को रखेंगी, क्योंकि जनता उनकी और इरफान सोलंकी के बारे में सबकुछ जानती है. इस दौरान हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई को लेकर भी उन्होंने सकारात्मक उम्मीद रखी.