ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) प्लॉट मामले में भले ही समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी जेल चले गए हों लेकिन अभी उनकी मुश्किलें कम नहीं होने वाली हैं. दरअसल, विधायक इरफान सोलंकी जब से फरार हुए, तब से उनके खिलाफ कई प्रार्थना पत्र पुलिस के पास पहुंचे. अब इन्हीं प्रार्थना पत्रों के आधार पर कानपुर कमिश्नरेट ने एक जांच कमेटी बना दी है. तीन सदस्यीय यह जांच कमेटी इन सभी शिकायतों की जांच करेगी. इस जांच के अनुरूप ही अगले एक्शन की तैयारी है. इसके अलावा सपा विधायक पर दर्ज पुराने मामलों की फाइलों को खोलकर उन्हें खंगाला जाएगा.
समाजवादी पार्टी से विधायक इरफ़ान सोलंकी और उनके भाई रिजवान द्वारा आत्मसमर्पण करने के बाद दोनों को 14 दिनों के लिए जेल भेजा गया है. इस बीच, उनकी जमानत को लेकर भी प्रयास तेज होने लगे हैं. वहीं, विधायक के समर्थकों की तरफ से इरफान सोलंकी के दो वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल किए गए. बताया जा रहा है कि इन वीडियो के सामने आने के बाद कानपुर पुलिस अब अपनी जांच की गति को तेज करने जा रही है. इसको लेकर संयुक्त् पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान पर दर्ज मामलों की विवेचना काफी तेजी से की जा रही है. जाजमउ वाले मामले में इसी माह पूरी रिपोर्ट कोर्ट के सामने रख दी जाएगी. वहीं, कूटरचित दस्तावेज से हवाई यात्रा करने के संबंध में भी सभी साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं. उन्होने बताया कि विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ जो प्रार्थना पत्र दिए गए हैं, उन सभी मामलों की जांच के लिए एसीपी स्वरूपनगर मृगांक शेखर पाठक की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है. इस कमेटी में निरीक्षक सूर्यबली पांडेय और रत्नेश सिंह शामिल हैं. यह कमेटी प्रार्थना पत्रों की जांच में देखेगी कि कहां कहां पर संज्ञेय अपराध पाया जा रहा है. जेसीपी ने बताया कि विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ 11 मामले दर्ज हैं. इसमें चार प्रचलन में हैं. पूर्व के सभी मामलों की भी जांच यह कमेटी करेगी. सभी मामलों की फिर से समीक्षा की जाएगी.