ABC News: कानपुर में एक नवजात बच्ची को धोखाधड़ी कर हड़पने का मामला सामने आया है. धोखाधड़ी का तरीका भी ऐसा अपनाया गया, जिससे हर कोई हैरान रह गया. आरोप है कि जिस तरह जमीन की रजिस्ट्री कराई जाती है, ठीक उसी तरह आरोपियों ने नवजात को रजिस्टर्ड गोद लेने की सारी लिखा पढ़ी करा ली. अब इस मामले में कोटेदार, उसकी बेटी समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है.
धोखाधड़ी का यह मामला नवाबगंज के पहलवानपुरवा का बताया जा रहा है. यहां पर पेशे से सिक्योरिटी गार्ड मुन्नालाल शुक्ल का कहना है कि दिसंबर 2022 में उनकी पत्नी सुनीता को चौथी संतान के रूप में बेटी हुई थी. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी नवाबगंज के उजियारीपुरवा में कोटेदार राजेंद्र त्रिवेदी की दुकान से राशन लेने जाती थी. इसी दौरान उसकी पहचान कोटेदार की बेटी वर्षा से हो गई. आरोप है कि वर्षा ने सुनीता को समझाया कि राशनकार्ड में नवजात बच्ची का नाम जुड़वा दे तो उसे बच्ची के हिस्से का राशन और मुख्यमंत्री कोष से पैसा भी मिलेगा. इसके बाद 30 जनवरी को वर्षा उन्हें व बच्ची को लेकर रजिस्ट्री ऑफिस पहुंची. यहां पर रजिस्ट्री जैसी पूरी प्रक्रिया अपनाई गई. दूसरे दिन वर्षा फिर घर पहुंची और बच्ची के रेटिना की फोटो बनवाने का बहाना कर उसे अपने साथ ले गई. दंपति का कहना है कि जब उन्होंने वर्षा से अपनी बेटी वापस मांगी तो समझौते का दबाव बनाते हुए उसकी अच्छी परवरिश की बात कही.
दंपति का आरोप है कि इसके बाद वह पुलिस के पास गए लेकिन सुनवाई नहीं हुई. बाद में कोर्ट के आदेश पर नवाबगंज थाने में कोटेदार राजेंद्र, उसकी बेटी वर्षा, उसके पति मनीष, अम्बुज मिश्रा और अनुराग शुक्ला के खिलाफ FIR दर्ज की गई. दंपति का कहना है कि आधार कार्ड बनवाने और योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की गई. वहीं, दूसरे पक्ष ने नवजात के माता पिता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. खुद को वर्षा की दादी बताने वाली उमा त्रिवेदी ने बताया कि वर्षा कई दिनों से किसी लड़की को गोद लेने की योजना बना रही थी. सुनीता ने खुद बेटी को सौंपने पर सहमति जताई थी. इसके लिए उसने दुकान पर बातचीत भी की थी. तभी वर्षा ने लिखापढ़ी कराई, उन्होंने आरोप लगाया कि अब वह लोग वर्षा के गीतानगर स्थित घर जाकर परेशान कर रहे हैं और रूपए की डिमांड कर रहे हैं. पड़ोसी भी खुद इसी तरह की बात कर रहे हैं. बेटी सौंपने के नाम पर मुन्ना लाल और सुनीता पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया. इस मामले में डीसीपी सेंट्रल जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा लिखा गया है. डीसीपी का कहना है कि दूसरे पक्ष ने बताया है कि लीगल तरीके से सारी प्रक्रिया अपनाई गई है. मामले की जांच एसीपी कर्नलगंज को दी गई है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.