ABC News: कानपुर एक बार फिर पुलिस लाइन के भीतर बेखौफ वकीलों ने सिपाही को जमकर पीटा. मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने एफआईआर और जांच का आदेश दिया है. यह कोई पहला मामला नहीं, बीते दो से तीन महीने में करीब 10 बार पुलिस पर हमला हो चुका है. आरोपियों पर ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से एक के बाद एक पुलिस पर हमले का मामला सामने आ रहा है.
पुलिस लाइन में ही कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की कोर्ट बनी हुई है. किदवई नगर थाने का कांस्टेबल इरफान एक मुल्जिम को मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेशी कराने आया था. वकीलों का एक गुट मुल्जिम पर अभद्रता करने का आरोप लगाकर मारपीट करने का प्रयास किया. कांस्टेबल इरफान ने बीच बचाव करने का प्रयास किया तो उसे ही गिरेहबान पकड़कर पीट दिया. इतना ही नहीं जमकर गाली-गलौज भी की. मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस अफसरों ने पूरे मामले का संज्ञान लिया. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने मामले में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया. कांस्टेबल ने वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली थाने में तहरीर दी है. पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि कांस्टेबल की तहरीर पर मारपीट करने के आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. आए दिन पुलिस से मारपीट के चलते इस बार आरोपियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. इससे कि फिर कोई वकील या अन्य खाकी पर हाथ नहीं उठा सके. इससे पहले कचहरी के सामने चालान करने पर वकीलों ने ट्रैफिक पुलिस कर्मी को 22 नवंबर को बोनट पर गिराकर पीटा था. इस घटना से ठीक बीस दिन पहले वकीलों ने ही एक कांस्टेबल को और पीटा था. इतना ही नहीं रायपुरवा में अनवरगंज थाने के बाद पार्किंग विवाद को लेकर दबंगों ने दरोगा को बेरहमी से पीटा था. चकेरी में पीआरवी पर पथराव हुआ था. इस तरह तीन से चार महीने में एक दर्जन से ज्यादा बार पुलिस पर हमला हुआ, लेकिन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी. इसके चलते लगातार पुलिस की पिटाई का सिलसिला जारी है.